हल्दिया उप-संशोधनागार के कैदी फोन पर परिजनों से कर सकेंगे बात
हल्दिया के उप-संशोधनागार में अगले वर्ष की शुरुआत से कैदी व विचाराधीन कैदी जेल से ही फोन पर अपने परिजनों व वकीलों से बात कर सकेंगे.
कैदियों के लिए नये साल से शुरू होगी यह नयी व्यवस्था
प्रतिनिधि,हल्दियाहल्दिया के उप-संशोधनागार में अगले वर्ष की शुरुआत से कैदी व विचाराधीन कैदी जेल से ही फोन पर अपने परिजनों व वकीलों से बात कर सकेंगे. हल्दिया उप-संशोधनागार के पदाधिकारी समर पाल ने कहा कि यह व्यवस्था सरकारी नियमों के अनुसार ही होगी. उनका कहना है कि संशोधनागार प्रबंधन की ओर से कैदियों के अच्छी सेहत के लिए कई कदम उठाये गये हैं. उनके मानसिक दबाव कम करने के लिए संशोधनागार में उनके मनोरंजन के अलावा हस्तशिल्प, खेल आदि विभिन्न सुधारात्मक सुविधाएं उपलब्ध हैं.हल्दिया उप-संशोधनगार में भी ऐसी ही व्यवस्था है. कैदियों को अपने परिवार के सदस्यों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात करने की सुविधा देने के लिए वर्ष 2021 में प्रोजेक्ट ई-मुलाकात शुरू किया गया था. अब उसकी जगह फोन पर बात करने की व्यवस्था शुरू की जा रही है. वे जेल में बैठे-बैठे अपने परिजनों और वकीलों से बात कर सकेंगे. लेकिन जेल के कर्मचारियों की निगरानी में.
नये साल की शुरुआत में यह व्यवस्था शुरू हो सकती है. इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर समीक्षा का काम पूरा हो चुका है. राज्य की नौ सेंट्रल जेलों में कैदियों के लिए फोन सेवा शुरू किया जा चुका है. हल्दिया उप-संशोधनागार वर्ष 2011 में बनाया गया था. शुरुआत में वहां करीब 15 कैदी थे, लेकिन मौजूदा समय में लगभग 115 कैदी वहां हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है