राज्य में सभी चेकपोस्ट हटाने का लिया फैसला
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को बताया कि राज्य के सभी 109 चेकपोस्टों को आगामी एक अप्रैल से हटा दिया जायेगा.
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को बताया कि राज्य के सभी 109 चेकपोस्टों को आगामी एक अप्रैल से हटा दिया जायेगा. राज्य सचिवालय, नबान्न में संवाददाताओं से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें यह शिकायत मिल रही थी कि सभी चेकपोस्टों पर खाद्य सामग्री ले जा रहे वाहनों को औसतन तीन से चार घंटे तक खड़ा रहना पड़ता था. इससे सामग्रियों के नष्ट हो जाने का खतरा रहता था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चेकपोस्ट हटने से राज्य को सालाना 200 करोड़ रुपये का नुकसान होगा लेकिन कृषकों के हित में उन्होंने उसे हटाने का फैसला लिया है. अब चालकों को खुद ही लिखकर रखना होगा कि वाहन में क्या है. 109 चेकपोस्ट पर राज्य सरकार के 650 कर्मचारी काम करते हैं. लेकिन चेकपोस्ट के हटने से किसी की भी नौकरी नहीं जायेगी. वहां काम करने वाले कर्मचारियों को किसान मंडियों में स्थानांतरित करके कृषकों के विकास, कृषि सामग्रियों के विपणन सहित विभिन्न कार्यों में लगाया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि चेकपोस्ट पर मछली या सब्जियां ले जा रहे वाहनों के खड़ा होने पर कई बार उसमें मौजूद सामग्री नष्ट हो जाती थी.
जानकारी के अनुसार, यह चेकपोस्ट राजस्व की चोरी रोकने के लिए बनाये गये थे. इस फैसले से कृषकों को भारी राहत मिलेगी. कोरोना वायरस के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आइडी अस्पताल में अभी तक कोरोना वायरस के तीन संभावित मरीज हैं. अभी तक उनमें कोरोना वायरस होने की पुष्टि की सूचना नहीं मिली हैं. इस वायरस के डर से मुर्गियों की कीमतों में गिरावट होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बार जान-बूझकर ऐसी अफवाहों को हवा दी जाती है. अब तक ऐसी कोई सूचना नहीं है कि चिकेन खाने से कोरोना वायरस फैलता है. हालांकि राज्य सरकार इस पर नजर रख रही है.