कोलकाता.
कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) की ओर से आयोजित एजुकेशन ईस्ट के दूसरे दिन स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, आइएएस, बिनोद कुमार ने कहा कि पश्चिम बंगाल ने स्कूली शिक्षा के लिए 38,241 करोड़ आवंटित किये हैं, जिससे राज्य में शिक्षा क्षेत्र का समुचित विकास किया जा रहा है. उन्होंने जोर दिया कि समावेशिता, पहुंच और उत्कृष्टता एक प्रभावी शिक्षा प्रणाली की आधारशिला हैं. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि अगले वर्ष राज्य सरकार की ओर से बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) का आयोजन किया जायेगा, इसलिए उन्होंने उद्योग जगत से राज्य में शिक्षा के विकास के लिए सुझाव पेश करने के लिए कहा.इस मौके पर राज्य की शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र की विभिन्न योजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कन्याश्री योजना, सबुज साथी, तरुणेर स्वप्नो और उत्कर्ष बांग्ला का उल्लेख किया. पश्चिम बंगाल स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि अब तक 62,000 से अधिक छात्रों को इस ऋण के लिए स्वीकृत किया गया है, जिनकी कुल ऋण राशि 2,000 करोड़ रुपये है. इस मौके पर प्रोफेसर (डॉ) इंद्राणी भादुड़ी, सीईओ और प्रमुख, परख, एनसीईआरटी और हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ प्रदीप कुमार अग्रवाल व टाटा स्टील लिमिटेड के टिनप्लेट डिविजन के कार्यकारी प्रभारी उज्ज्वल चक्रवर्ती ने भी अपने विचार रखे.
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