चुंचुड़ा में पेंशन नहीं मिलने पर किया प्रदर्शन
िजले की चुंचुड़ा नगरपालिका के सेवानिवृत्त कर्मचारी पेंशन न मिलने के कारण नगरपालिका परिसर में धरने पर बैठ गये हैं.
नगरपालिका ने कहा : फंड की हुई है समस्या
प्रतिनिधि, हुगली.
िजले की चुंचुड़ा नगरपालिका के सेवानिवृत्त कर्मचारी पेंशन न मिलने के कारण नगरपालिका परिसर में धरने पर बैठ गये हैं. पिछले दिसंबर में भी दो महीने का वेतन न मिलने पर नगरपालिका के मजदूर और कर्मचारी आंदोलन पर उतर आये थे. कई दिनों तक काम ठप हो गया था, जिससे शहर कूड़े-कचरे से भर गया था. बाद में, मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से राज्य सरकार ने तीन करोड़ रुपये जारी किये, जिससे मजदूर-कर्मचारियों का दो महीने का वेतन दिया गया.
अब सेवानिवृत्त कर्मचारियों के संगठन ‘पौर पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन’ ने आंदोलन शुरू कर दिया है. एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुबोध चंद्र गांगुली ने कहा कि उन्हें हर महीने 10 तारीख को पेंशन मिलता है. जनवरी के 20 दिन बीत चुके हैं, लेकिन उन्हें अब तक पेंशन नहीं मिला है. बुजुर्गों के पास दवा खरीदने तक के पैसे नहीं हैं. उन्होंने नगरपालिका से लेकर प्रशासन तक हर जगह अपनी बात पहुंचायी, फिर भी पेंशन नहीं मिल रही है. इसलिए उन्होंने आंदोलन शुरू किया है. जब तक पेंशन नहीं मिलती, वे प्रतिदिन दो घंटे तक नगरपालिका गेट पर धरना देंगे.
चुंचुड़ा नगरपालिका में कुल 412 सेवानिवृत्त कर्मचारी पेंशन प्राप्त करते हैं. इस मुद्दे पर नगरपालिका के चेयरमैन अमित राय ने कहा कि सरकार की ओर से मिलने वाली 40% राशि पेंशनभोगियों को दे दी गयी है. बाकी 60% रकम नगरपालिका को देनी है. जैसे ही फंड की व्यवस्था होगी, शेष पेंशन भी दे दी जायेगी.
हालांकि, पेंशनभोगियों ने चेयरमैन के दावे को गलत बताया है. वहीं, पूर्व पार्षद एवं शहर तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष संजीव मित्रा ने कहा कि नगरपालिका का फंड संकट में है, लेकिन फिर भी कोशिश की जा रही है कि पेंशन जल्द से जल्द दे दी जाये. वे सभी नगरपालिका की वित्तीय समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं.
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