सियालदह मंडल की 90 व हावड़ा मंडल की 10 इएमयू लोकल ट्रेनें रद्द
संवाददाता, कोलकाता
भाजपा द्वारा आहूत 12 घंटे के बंगाल बंद का सबसे ज्यादा प्रभाव रेलवे सेवाओं पर पड़ा. बुधवार सुबह से ही राज्य भर के स्टेशनों पर ट्रेन रोकने की खबरें आने लगीं, जो अपराह्न तीन बजे तक जारी रही. रेल लाइनों पर रह-रह कर भाजपा समर्थक बैठ जाते, जिसके बाद पुलिस प्रशासन को उन्हें उठाने के लिए बल प्रयोग करते देखा गया. बंद के दौरान सियालदह मंडल में कुल 90 इएमयू लोकल ट्रेनों और हावड़ा मंडल में 10 इएमयू लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.
भाजपा कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि बुधवार को भाजपा के विधायक भी ट्रेन रोकते देखे गये. भाजपा कार्यकर्ताओं की भारी संख्या को देखते हुए कई स्थानों पर पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा. कामारकुंडू स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस तक छोड़ना पड़ा. सुबह सात बजे जब भाजपा नेता कौस्तुभ बागची अपने समर्थकों के साथ बैरकपुर स्टेशन पर ट्रेन रोकने पहुंचे, तो उसी बीच तृणमूल समर्थक भी स्टेशन पर पहुंच गये और भाजपा नेता के साथ धक्कामुक्की की. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ.
आरोप है कि महानगर में प्रदर्शनकारियों ने मेट्रो स्टेशन के गेट भी बंद करने की कोशिश की. कुछ जगहों पर भाजपा विधायक बंद को सफल बनाने के लिए मैदान में उतरे. मुर्शिदाबाद में गौरी शंकर घोष व कल्याणी में अशोक कीर्तनिया के नेतृत्व में रेल अवरोध किया गया. इससे दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी हुई. हालांकि पुलिस सभी जगहों से नाकेबंदी हटाकर रेल यातायात को सामान्य करने के लिए सक्रिय दिखी.
हावड़ा, सियालदह, कोलकाता, बर्दवान के साथ-साथ दक्षिण पूर्व रेलवे के सांतरागाछी, शालीमार और खड़गपुर स्टेशनों पर भी भारी संख्या में आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को तैनात किया गया था. प्रदर्शन के कारण सुबह सात बजे से सियालदह-बनगांव शाखा की अप और डाउन लाइनों पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप रही. कार्यालय जाने वाले लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी. एक डेली पैसेंजर ने बताया कि सुबह सात बजे बनगांव से बनगांव-सियालदह लोकल में सवार हुआ, जो रास्ते में कई घंटे रुकी रही.
सियालदह-राणाघाट शाखा में भी ट्रेनों की आवाजाही कुछ समय के लिए ठप रही. भाजपा समर्थक सियालदह दक्षिण शाखा के डायमंड हार्बर के उत्तरी राधानगर और लक्खीकांतपुर के मथुरापुर स्टेशन पर अवरोध किया. हावड़ा मंडल के हुगली, चंदनगर, बेलुड़, बाली, श्रीरामपुर स्टेशनों पर भी यही स्थिति रही. हालांकि ज्यों-ज्यों दिन चढ़ता गया, प्रदर्शनकारियों का विरोध बढ़ता गया. इसके साथ ही पुलिस की कार्रवाई भी तेज हो गयी. रेलवे पुलिस ने कई स्थानों पर अवरोध को हटा दिया और ट्रेनों की आवाजाही फिर से सामान्य हो गयी.
श्यामबाजार मेट्रो स्टेशन के गेट को बंद करने की कोशिश :
वहीं, श्यामबाजार और एस्प्लानेड मेट्रो स्टेशन पर दूसरी ही तस्वीर देखने को मिली. श्यामबाजार मेट्रो स्टेशन के बाहर भाजपा समर्थकों के एक समूह ने पार्टी के झंडे के साथ गेट ब्लॉक कर दिया. एस्प्लानेड मेट्रो स्टेशन के चैन गेट पर भाजपा समर्थकों ने ताला जड़ दिया. गेट बंद होने की खबर लगते ही पुलिसकर्मी वहा पहुंचे और ताला खुलवाया.
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