बिना लिखित प्रमाण के नकद लेकर थोक सोना खरीदने का देते हैं लालच कोलकाता. बड़ाबाजार में स्वर्ण व्यवसायी इन दिनों राजस्थानी गैंग के टार्गेट पर हैं. वे स्वर्ण व्यवसायियों को ””कच्चे”” (बिना लिखित प्रमाण) में थोक सोना खरीदने का लालच देकर इसके बदले कच्चे में ही पेमेंट करने के दौरान 500-500 रुपये के नोट के बंडल बताकर कागज का बंडल थमाकर फरार हो जा रहे हैं. हाल ही में मध्य कोलकाता के जोड़ासांको थानाक्षेत्र में गहने की एक दुकान से 26 लाख रुपये का थोक सोना खरीद कर रुपये की जगह कागज का बंडल थमा कर फरार होने के आरोप में चार आरोपियों सीताराम, कन्हैया लाल, अफरीद हुसैन व कन्हैया लाल को गिरफ्तार किया गया था. इन चारों को लालबाजार के खुफिया विभाग की टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार किया. फिलहाल ये सभी 24 नवंबर तक पुलिस हिरासत में हैं. गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले हैं. कोलकाता आकर यहां स्वर्ण व्यवसायियों को उन्होंने टार्गेट करने का प्लान बनाया था. न्यूटाउन में चारों किराये के कमरे में ऊपर और नीचे असली नोट रख कर बीच में कागज भरकर झांसा देते थे. पुलिस सूत्र बताते हैं कि जोड़ासांको थाने में 26 लाख रुपये का सोना ठग कर भागने की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की, तो राजस्थानी गैंग के सदस्यों की संलिप्तता के सबूत मिले. इसके बाद पुलिस ने जाल फैलाकर खुद को स्वर्ण व्यवसायी बताकर इस गिरोह के सदस्यों को मध्य कोलकाता में थोक सोना लेने के बहाने बुलाया. इसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वे लोग अबतक कितने लोगों को इस तरह से ठग चुके हैं, पुलिस इसका पता लगा रही है.
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