संवाददाता, कोलकाता
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि वह पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक रेजिडेंट जूनियर महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर सुओ मोटो याचिका पर एक अक्टूबर को सुनवाई करेगा. मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ से एक पक्ष की ओर से पेश हुए वकील ने गुजारिश की है कि 27 सितंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध ””सुओ मोटो”” मामले पर कुछ जरूरी कारणों से अगले सप्ताह सुनवाई की जाये. सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि हम इसे अगले मंगलवार यानी एक अक्तूबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करेंगे.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 17 सितंबर को कहा था कि वह बलात्कार और हत्या मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) द्वारा दायर स्थिति रिपोर्ट में दिये गये निष्कर्षों से परेशान है, लेकिन विवरण का खुलासा करने से इनकार कर दिया. इसने कहा था कि कोई भी खुलासा चल रही जांच को खतरे में डाल सकता है.
सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जेल में बंद पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष द्वारा कथित तौर पर की गयी वित्तीय अनियमितताओं की जांच पर सीबीआइ से स्थिति रिपोर्ट भी मांगी थी. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि सीबीआइ जांच में कई अहम जानकारियां मिली हैं, लेकिन अभी इसका खुलासा करना सही नहीं होगा, नहीं तो जांच प्रभावित हो सकती है.
सुप्रीम कोर्ट ने एक वकील से कहा था कि सीबीआइ ने रिपोर्ट में जो खुलासा किया है, वह वास्तव में विचलित करने वाला है. आप जो बता रहे हैं, वह अत्यंत चिंताजनक है. हम खुद चिंतित हैं, सीबीआइ ने हमारे लिए इसे चिह्नित किया है. हमने जो पढ़ा है, उससे हम खुद परेशान हैं.
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