उपचुनाव में आरजी कर चुनावी मुद्दा रहा विफल
आरजी कर कांड को लेकर महानगर सहित जिलों में भी राज्य सरकार के खिलाफ जबर्दस्त प्रदर्शन होने के बावजूद यहां की छह सीटों पर हुए उपचुनाव में इसका कोई असर नहीं पड़ा.
कोलकाता. आरजी कर कांड को लेकर महानगर सहित जिलों में भी राज्य सरकार के खिलाफ जबर्दस्त प्रदर्शन होने के बावजूद यहां की छह सीटों पर हुए उपचुनाव में इसका कोई असर नहीं पड़ा. हालांकि विपक्षी दलों ने इस चुनाव में आरजी कर कांड को चुनावी मुद्दा बनाया था, लेकिन जनता ने विपक्षी दलों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. सभी सीटों पर जोड़ा फूल ही खिला.
वहीं, विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने उपचुनाव में भाजपा के शर्मनाक हार की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वह नेता प्रतिपक्ष हूं. संगठन के आंतरिक मामलों में शामिल नहीं हूं. आरजी कर कांड को लेकर जिस तरह से पूरे राज्य में लोगों का गुस्सा फूटा था, ऐसा लग रहा था कि उपचुनाव में परिणाम सत्ता पक्ष को परेशान करेगी. विपक्षी दलों को भी काफी उम्मीदें थीं, लेकिन जनता ने फिर से जोड़ा फूल पर ही विश्वास दिखाया. हैरानी वाली बात यह है कि मदारीहाट सीट भी भाजपा के हाथ से निकल गया. कूचबिहार के सिताई में तृणमूल उम्मीदवार जयप्रकाश टोप्पो ने 2021 के अंतर को पार करते हुए 1,30,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
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