कोलकाता. बांसद्रोणी में बुधवार को एक छात्र की मौत की घटना को लेकर इलाके के लोगों में खासी नाराजगी देखी गयी. 113 नंबर वार्ड के लोगों का कहना है कि वर्ष 2016 से यहां जेसीबी, पे लोडर देखा जा रहा है. जगह-जगह खुदाई का काम भी हो रहा है. इससे यहां की सड़कों की हालत बदतर हो गयी है.
लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से सड़क मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया. लोगों का कहना है कि इलाके में हल्की बारिश भी हो, तो पानी जम जाता है.इस समस्या के समाधान के लिए आठ साल पहले पंपिंग स्टेशन बनाने का काम शुरू हुआ था. पंपिंग स्टेशन बनाने का काम केइआइपी को दिया गया था. काम शुरू होने के बाद लंबे समय तक काम बंद भी रहा. वहीं निगम के 11 नंबर बोरो सूत्रों के मुताबिक जिस संस्था को काम दिया गया था, वह ठीक तरह से काम नहीं कर पाया.
पार्षद प्रतिनिधि को लोगों ने भगाया
वहीं, वार्ड की पार्षद अनिता कर मजूमदार के प्रति भी लोगों ने नाराजगी जतायी. उन्होंने घटना के बाद अपना प्रतिनिधि इलाके में भेजा था, लेकिन लोगों के प्रदर्शन के बाद वह भाग निकला. उन्होंने सुबह कहा था कि वह इलाके के लोगों से मिलने के लिए जायेंगी, लेकिन वह देर शाम तक नहीं पहुंची थीं. सुबह उन्होंने कहा था कि इलाके में निकासी व्यवस्था को लेकर काम चल रहा है. इस तरह का काम करने में कुछ समय लगता है. यह लोगों को समझना होगा. घटना से वह काफी दुखी हैं. मृतक के परिजनों के साथ वह खड़ी हैं. ऐसी घटना फिर नहीं हो, हम सब यही चाहते हैं.इलाके की निकासी व्यवस्था खराब : मेयर
वहीं, मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि घटना की सूचना मिलने पर निगम के अधिकारियों को वहां भेजा गया था. इलाके में निकासी व्यवस्था की हालत बहुत ही खराब है. वहां काम चल रहा है. घटना के लिए जो भी दोषी है, उसे सजा मिलेगी. ठेकेदार के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है