आरजी कर में आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों का सुनवाई के दौरान हंगामा

आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में सीआइएसएफ जवानों के सामने ही बुधवार को जूनियर डॉक्टरों ने हंगामा किया और नारे लगाये.

By Prabhat Khabar News Desk | September 26, 2024 2:19 AM

बवाल. पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी हाउस स्टाफ की जमकर की गयी पिटाई

संवाददाता, कोलकाताआरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में सीआइएसएफ जवानों के सामने ही बुधवार को जूनियर डॉक्टरों ने हंगामा किया और नारे लगाये. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी 51 जूनियर डॉक्टर, हाउस स्टॉफ, रेसिटेंड डॉक्टरों पर ””थ्रेट कल्चर”” चलाने यानी कॉलेज के छात्रों को धमकाने, अवैध वसूली और कई अन्य आरोप लगाये गये हैं. इन डॉक्टरों पर लगे आरोपों की जांच के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज में सात सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गयी है.

जांच कमेटी ने बुधवार को 51 में 12 आरोपियों तलब किया था. कॉलेज की प्लैटिनम जुबली भवन में सुनवाई चल रही थी. वहीं, इन 12 में से एक हाउस स्टॉफ आशीष पांडेय भी शामिल था. पांडेय संदीप घोष का करीबी बताया जा रहा है. वह तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) से भी जुड़ा हुआ है. आरोप है कि आशीष पांडेय पर सीआइएसएफ जवानों के सामने ही हमला किया गया. उस पर पत्थर फेंका गया. उसे घूंसा भी मारा गया. आशीष पर जूनियर डॉक्टरों को धमकाने का आरोप : इस दौरान आरजी कर में उक्त भवन के सामने बैठक कर जूनियर डॉक्टरों ने नारे भी लगाये. ””थ्रेट कल्चर”” मुर्दाबाद, ‘उत्तर बंगाल लॉबी’ मुर्दाबाद के नारे लगाये गये. बता दें कि आशीष पांडेय पर अस्पताल परिसर में प्रवेश करने पर रोक पहले ही लगा दी थी. उससे भी सीबीआइ पूछताछ कर चुकी है. उस पर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों को धमकाने का आरोप भी है.

सीएम के निजी चिकित्सक ने आरोपों से किया इंकार : दूसरी ओर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निजी चिकित्सक डॉ श्यामा प्रसाद दास ने संदीप घोष के साथ अपने संबंधों के बारे में लगे आरोपों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें ‘उत्तर बंगाल लॉबी’ के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने दावा किया कि जांच में उनका नाम अनुचित तरीके से जोड़ा जा रहा है. तथाकथित ‘उत्तर बंगाल लॉबी”” सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत चिकित्सकों के एक समूह को कहा जा रहा है. समूह से जुड़े चिकित्सकों पर आरजी कर अस्पताल के जूनियर चिकित्सकों को ‘धमकाने’ का आरोप लगाया गया है. समूह के चिकित्सकों को संदीप घोष का करीबी माना जाता है. उधर, डॉ दास ने अपनी गिरफ्तारी और पूछताछ की राजनीतिक दलों की मांग को खारिज कर दिया और कहा कि ये मांगें राजनीति से प्रेरित हैं.

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