वित्तीय अनियमितता मामले में संदीप व अन्य तीन आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ
आरोपियों के करीबी लाेगों से भी जल्द हो सकती है जिरह
आरोपियों के करीबी लाेगों से भी जल्द हो सकती है जिरह
कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में वित्तीय अनियमितता के आरोपों में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) द्वारा गिरफ्तार किये गये अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष (53), विप्लव सिंह (52), सुमन हाजरा (46) और अफसर अली खान (44) केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में हैं. सूत्रों के अनुसार, बुधवार को चारों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गयी. सीबीआइ के अधिकारी उनके वित्तीय लेन-देन से संबंधित तमाम तथ्यों का पता लगाने की कोशिश में हैं. हालांकि, जांच के बाबत सीबीआइ के अधिकारी अभी मामले को लेकर कुछ नहीं कहना चाहते हैं. जांच एजेंसी को अंदेशा है कि आरजी कर अस्पताल में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता हुई है और मामले में गिरफ्तार घोष व अन्य तीन आरोपियों के करीबी लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं. आरोपियों के करीबी माने जाने वाले कुछ लोगों की सूची भी बनायी गयी है. जल्द उनसे पूछताछ की जा सकती है. इन लोगों में चिकित्सक, अस्पताल के पूर्व पदाधिकारी व अन्य कुछ लोग भी हैं. घोष पर अपने करीबियों को अवैध तरीके से टेंडर दिलाने के अलावा रुपयों के बदले चिकित्सकों व अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के ट्रांसफर की व्यवस्था करने के आरोप भी हैं. केंद्रीय जांच एजेंसी डॉ घोष के कार्यकाल में आरजी कर में हुई तमाम वित्तीय गतिविधियों की जानकारी एकत्रित कर रही है. बुधवार को भी सीबीआइ के अधिकारी जांच के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंचे थे.
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