””जेल में ही संजय की हो सकती है हत्या””

राज्य के संशोधनागार मंत्री की उक्त टिप्पणी को लेकर प्रदेश भाजपा के नेता जगन्नाथ चटर्जी ने सवाल उठाया है और आशंका जाहिर की है कि मामले के मुख्य आरोपी संजय राय के साथ जेल हिरासत में कुछ बड़ा हो सकता है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 8, 2024 1:15 AM

आरजी कर कांड. प्रदेश भाजपा के नेता जगन्नाथ चटर्जी ने जतायी आशंका

संवाददाता,कोलकाताराज्य के संशोधनागार मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि आरजी कर अस्पताल के आरोपी का हाल भी धनंजय जैसा न हो जाये. राज्य के संशोधनागार मंत्री की उक्त टिप्पणी को लेकर प्रदेश भाजपा के नेता जगन्नाथ चटर्जी ने सवाल उठाया है और आशंका जाहिर की है कि मामले के मुख्य आरोपी संजय राय के साथ जेल हिरासत में कुछ बड़ा हो सकता है. भाजपा नेता ने कहा कि तिलोत्तमा दुष्कर्म-हत्या मामले के आरोपी का जीवित रहना बहुत महत्वपूर्ण है. लेकिन जब जेल मंत्री ने स्वयं धनंजय का जिक्र किया है और उसकी मौत की बात कर रहे हैं, तो यह चिंता का कारण है. संशोधनागारों में सुरक्षा व्यवस्था भी राज्य पुलिस के अंतर्गत है. क्या कहा था जेल मंत्री ने: राज्य के संशोधनागार मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने बीरभूम में एक सभा के दौरान कहा था कि एक और धनंजय न बनने दें. क्या धनंजय वास्तव में दोषी था. यह अब भी बड़ा सवाल बना हुआ है, क्याेंकि उसकी मौत के बाद कई बातें सामने आयी हैं. इसलिए हम देखना चाहते हैं कि क्या सिविक वॉलंटियर दोषी है या इसके पीछे कोई और है. शनिवार को भाजपा नेता जगन्नाथ चटर्जी ने कहा कि उन्हें मीडिया और ””ओपन सोर्स”””” से पता चला है कि आरोपियों का डीएनए सीक्वेंस मैच कर गया है. सीबीआइ पहले ही 10 व्यक्तियों का लेयर्ड वॉयस एनालिसिस या एलवीए कर चुका है. यह एलवीए लाइ डिटेक्टर और पॉलीग्राफ टेस्ट से बेहतर है. उन्होंने दावा किया कि वहां से सीबीआइ को कुछ अहम सुराग मिले हैं.

परेड दिवस के अभ्यास के लिए जारी विज्ञप्ति पर भी उठाये सवाल: राज्य स्वास्थ्य विभाग ने नौ अगस्त की सुबह 5.30 बजे अस्पताल से स्वतंत्रता दिवस परेड शुरू करने का निर्देश जारी किया था. इस निर्देश की कॉपी सामने आते ही विवाद शुरू हो गया है. इसे लेकर भाजपा नेता का आरोप है कि घटनास्थल पर किसी खास व्यक्ति की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए इस निर्देश को सार्वजनिक किया गया था. परेड के अभ्यास में उपस्थित रहने के निर्देश में जिन तीन डॉक्टरों का उल्लेख किया गया था, उनमें से एक संदीप घोष के करीबी डॉ अविक दे भी थे. वहीं, घटनावाले दिन भी अविक दे सेमिनार हॉल में मौजूद थे. ऐसे में घटनास्थल पर अविक दे की मौजूदगी पर उन्होंने सवाल उठाया है.

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