आज महानगर में आयोजित होगा उद्घाटन समारोह कोलकाता. केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल रविवार को यहां से तीन मालवाहक जहाजों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इसके साथ ही राष्ट्रीय जलमार्ग एक और दो पर एक नयी नौभार संवर्धन योजना और अनुसूचित नौभार पोत सेवाओं का शुभारंभ होगा. इसके रास्ते में वाराणसी, पटना और गुवाहाटी होंगे. गुवाहाटी जाने वाला मालवाहक जहाज भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग का अनुसरण करेगा, जो पड़ोसी देश में चल रही अशांति के बावजूद अब तक अप्रभावित रहा है.अधिकारियों ने कहा कि पटना जाने वाला मालवाहक जहाज जिप्सम ले जायेगा, जबकि वाराणसी जाने वाला जहाज कोयला और गुवाहाटी जाने वाला जहाज सीमेंट ले जायेगा. भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आइडब्ल्यूएआइ) के अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश में राजनीतिक अशांति के बावजूद प्रोटोकॉल मार्ग के जरिए व्यापार बाधित नहीं हुआ है. दोनों देश अब तक बिना किसी समस्या के अनुमति दे रहे हैं. उन्होंने हालांकि माना कि पिछले एक साल में कई कारणों से दोनों देशों के बीच व्यापार में गिरावट आई है. भारत-बांग्लादेश व्यापार विश्लेषक सागर खस्तागीर ने बताया कि बांग्लादेश में सीमेंट संयंत्रों के लिए एक प्रमुख वस्तु फ्लाई ऐश के परिवहन में हाल के महीनों में लगभग 35-40 प्रतिशत की गिरावट आयी है. भुगतान में देरी से पोत संचालक भी प्रभावित हो रहे हैं. निर्यात संगठनों के निकाय एफआइइओ के पूर्वी क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष सुशील पटवारी ने दावा किया कि व्यापार में कोई महत्वपूर्ण व्यवधान नहीं हुआ है, लेकिन व्यापक आर्थिक चुनौतियों के कारण व्यापार की मात्रा में कमी आयी है.
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