एड़ी-चोटी का जोर पड़ा कमजोर, हाईकोर्ट की खरी-खोटी के बाद शेख शाहजहां CBI के हवाले
अदालत द्वारा तय की गयी समय सीमा समाप्त होने के बाद ही भवानी भवन के पिछले द्वार से शाहजहां को लेकर सीआइडी के अधिकारी बाहर निकले और उसे सीधा दक्षिण कोलकाता स्थित एसएसकेएम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में इडी के अधिकारियों पर हमले के मामले में मुख्य आरोपी व निलंबित तृणणूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां से अब सीबीआइ पूछताछ करेगी. पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बावजूद शाहजहां शेख को बचा नहीं पायी. कलकत्ता हाइकोर्ट से बुधवार की सुबह नये दिशानिर्देश जारी होने के बाद लंबी जद्दोजहद के बीच सीबीआइ ने शेख शाहजहां को अपनी हिरासत में ले लिया. सीबीआइ के अधिकारी उसे अपनी हिरासत में लेने के लिए बुधवार शाम करीब 3.44 बजे यहां भवानी भवन स्थित सीआइडी मुख्यालय पहुंचे थे. सीबीआइ अधिकारियों के साथ सीएपीएफ के जवान भी थे.
केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों की टीम शाम चार बजे से पहले ही भवानी भवन पहुंच गयी थी, लेकिन शाम 6.30 बजे तक सीआइडी ने शाहजहां को सीबीआइ के हवाले नहीं किया था, जबकि कलकत्ता हाइकोर्ट ने शाहजहां को सीबीआइ के हवाले करने के लिए शाम 4.15 बजे की समय सीमा तय की थी. अदालत द्वारा तय की गयी समय सीमा समाप्त होने के बाद ही भवानी भवन के पिछले द्वार से शाहजहां को लेकर सीआइडी के अधिकारी बाहर निकले और उसे सीधा दक्षिण कोलकाता स्थित एसएसकेएम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. हालांकि, सीबीआइ के अधिकारी सीआइडी मुख्यालय में ही शाहजहां को हिरासत में लेने के लिए इंतजार करते रहे.
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एसएसकेएम हॉस्पिटल में शाहजहां की चिकित्सीय जांच कराये जाने के बाद सीआइडी के अधिकारी उसे वापस लेकर भवानी भवन पहुंचे, जिसके बाद शाम करीब 7.45 बजे शाहजहां को सीआइडी ने सीबीआइ अधिकारियों के हवाले कर दिया. बता दें कि मंगलवार को भी कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश के बावजूद सीबीआइ के अधिकारी शेख शाहजहां को हिरासत में नहीं ले पाये थे. सीबीआइ को सीआइडी ने कहा था कि शाहजहां को सीबीआइ को इसलिए नहीं सौंपा गया, क्योंकि राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था.
संदेशखाली की पीड़िताओं से मिले पीएम, बोले- नारी शक्ति के साथ हुआ घोर पाप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राज में संदेशखाली में नारी शक्ति पर ‘अत्याचार का घोर पाप’ हुआ है और इससे हर किसी का सिर शर्म से झुक गया है. नारी शक्ति के आक्रोश का यह ज्वार संदेशखाली तक ही सीमित नहीं रहने वाला है, बल्कि यह पूरे बंगाल तक जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संदेशखाली की महिलाओं के एक समूह से मुलाकात भी की, जहां तृणमूल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाये. प्रधानमंत्री को अपनी पीड़ा बताते हुए कई महिलाएं भावुक भी हो गयीं.