स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति से लेकर टेंडर प्रक्रिया तक हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार
राज्य में आरजी कर कांड को लेकर मचे घमासान के बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग में बड़े घोटाले का आरोप लगाया है. गुरुवार को साॅल्टलेक स्थित पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री अधिकारी ने कहा कि तृणमूल सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति से लेकर टेंडर प्रक्रिया तक, हर स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है.
कोलकाता.
राज्य में आरजी कर कांड को लेकर मचे घमासान के बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग में बड़े घोटाले का आरोप लगाया है. गुरुवार को साॅल्टलेक स्थित पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री अधिकारी ने कहा कि तृणमूल सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति से लेकर टेंडर प्रक्रिया तक, हर स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार हजारों करोड़ रुपये का है, जिसका सही आंकलन का पता तभी चलेगा, जब कोई केंद्रीय एजेंसी इसकी जांच करेगी. शुभेंदु अधिकारी ने मेडिकल काॅलेजों में दाखिले से लेकर सुपर-स्पेशियलिटी अस्पतालों और हेल्थकेयर हब को आपूर्ति के अनुबंधों (टेंडरों) में भारी अनियमितता, करोड़ों की लूट और भाई-भतीजावाद करने का आरोप लगाया है. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन के दौरान इसे लेकर कई दस्तावेज भी प्रस्तुत किये.फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निजी मेडिकल कॉलेजों में किया जा रहा दाखिला
शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि एनआरआइ कोटे के तहत मेडिकल छात्र जाली दस्तावेज बनाकर राज्य के निजी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला ले रहे हैं. इससे बंगाल में डाॅक्टरों की गुणवत्ता का स्तर गिर गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों की मिलीभगत से जाली दस्तावेजों वाले उम्मीदवारों ने प्रवेश पाया है. चिकित्सा शिक्षा निदेशक (डीएमइ) विदेश मंत्रालय से दस्तावेजों को सत्यापित कराने के लिए जिम्मेदार थे और विदेश मंत्रालय के स्थानीय कार्यालय ने एक अक्तूबर, 2019 को स्वास्थ्य भवन को सूचित किया था कि दस्तावेज जाली थे. उन्होंने आरोप लगाया कि तब से डीएमइ खुद ही दस्तावेजों को विदेश मंत्रालय को भेजे बिना उनका सत्यापन कर रहे हैं. भाजपा नेता ने कहा कि यह सैकड़ों करोड़ का घोटाला है. जाली दस्तावेजों की मदद से एनआरआइ कोटे (श्रेणी) के तहत प्रवेश के कारण, खराब रैंक वालों को प्रवेश मिल रहा है.टेंडर प्रक्रिया को दरकिनार कर एंबुलेंस खरीद में भी किया गया भ्रष्टाचार
विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि राज्य में एंबुलेंस खरीद में भी भ्रष्टाचार हुआ है. टेंडर प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए पंजाब से आठ करोड़ रुपये की एंबुलेंस खरीदी गयी थी. उन्होंने कहा कि पंजाब की एक कंपनी को करीब 25 एंबुलेंस का ऑर्डर दिया गया था. शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि उनके पास उन निजी संपत्तियों का ब्योरा है, जो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बंगाल के लोगों को लूटकर बनायी है. श्री अधिकारी ने अस्पतालों में हुए आर्थिक घोटालों की जांच इडी के माध्यम से कराने की मांग की है.अधिकारियों की मिलीभगत से मेडिकल उपकरणों की खरीद में भी हुई धांधली
शुभेंदु अधिकारी ने संदीप घोष का भी जिक्र कर आरजी कर अस्पताल में विभिन्न सामान-उपकरणों की खरीद में न्यूनतम मूल्य के 10 से 20 गुणा अधिक करके पैसे लूटने का आरोप लगाया.श्री अधिकारी ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग ने सुपर-स्पेशियलिटी अस्पतालों में आपूर्ति के लिए एक प्रसिद्ध सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई के लिए टेंडर जारी किया था, जो तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता के करीबी रिश्तेदार की कंपनी को मिला.
श्री अधिकारी ने दावा किया कि कलकत्ता के सभी मेडिकल काॅलेजों, स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन, आर अहमद डेंटल काॅलेज और दो होम्योपैथी कॉलेजों के साथ-साथ रानीगंज, कल्याणी, कटवा, रेजिनगर, दत्तोपुकुर, बांकुड़ा, मगरहाट, हल्दिया, हावड़ा और इटाहार में राज्य द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवा प्रतिष्ठानों में जैव-चिकित्सा अपशिष्ट उपचार संयंत्र चलाने के लिए उन्हीं कंपनियों को काम पर रखा गया था.श्री अधिकारी ने कोविड महामारी के दौरान पीपीइ किट और मास्क की खरीद में भी घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के तीन शीर्ष अधिकारी इस भ्रष्टाचार में शामिल थे.
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