राज्य सरकार व यूनिवर्सिटियों के चांसलर के बीच गतिरोध समाप्त होने की संभावना
संवाददाता, कोलकाताराज्य सहायता प्राप्त छह यूनिवर्सिटियों को अब पूर्णकालिक कुलपति मिलने वाले हैं और एक-दो दिन में वह अपना कामकाज संभालेंगे. सरकार ने सहमति देकर नियुक्ति प्रक्रिया शुरु कर दी है. इस नियुक्ति से महत्वपूर्ण निर्णय लेने या एकेडमिक नेतृत्व किसी और को सुपुर्द कर संस्थान चलाने की प्रथा समाप्त हो जायेगी. उच्च शिक्षा विभाग ने अधिसूचित किया है कि प्रो. निर्मल्य नारायण चक्रवर्ती प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी के वीसी होंगे. वहीं सिद्धो-कान्हो-बिरसा यूनिवर्सिटी में प्रो पवित्रा कुमार चक्रवर्ती, रानी रासमणि ग्रीन यूनिवर्सिटी में डॉ अमिय कुमार पांडा, कल्याणी यूनिवर्सिटी में प्रो. कल्लोल पॉल, बांकुरा यूनिवर्सिटी में प्रो. रूप कुमार बर्मन और बर्दवान यूनिवर्सिटी में प्रो. शंकर कुमार नाथ वी सी के रूप में कार्यभार संभालेंगे. विभाग के एक अधिकारी जानकारी दी कि 34 विश्वविद्यालयों में से प्रत्येक के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त सर्च कमेटी द्वारा उम्मीदवारों का एक पैनल तैयार किया गया था और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा वरीयता क्रम में इसको संयोजित किया गया. इस पैनल की सूची 21 नवंबर को राजभवन भेजा गया था. चांसलर यानि कि कुलाधिपति ने चयन किया और छह राज्य विश्वविद्यालयों के लिए तदानुसार नाम चुने गये. इस प्रक्रिया में प्रेसीडेंसी में नियुक्त प्रो. निर्मल्य नारायण चक्रवर्ती, रवींद्र भारती यूनिवर्सिटी में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर हैं और प्रेसिडेंसी के अंतरिम वीसी के रूप में कार्यरत हैं. मई 2023 में राज्यपाल द्वारा उन्हें इस पद पर नियुक्त किये जाने के बाद उन्होंने रवीन्द्र भारती यूनिवर्सिटी के अधिकृत वीसी के रूप में कार्य किया. उन्होंने जुलाई 2023 तक आरबीयू के अधिकृत वीसी के रूप में कार्य किया, जब चांसलर ने उनको कर्नाटक हाइ कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस की जगह रीप्लेस किया था. प्रो. चक्रवर्ती को जून 2024 में चांसलर द्वारा प्रेसिडेंसी का अधिकृत वीसी नियुक्त किया गया था. इसी तरह बर्दवान यूनिवर्सिटी में भौतिकी के प्रोफेसर पवित्र कुमार चक्रवर्ती को चांसलर द्वारा मई 2023 में विद्यासागर यूनिवर्सिटी के अधिकृत वीसी के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्होंने वहां छह महीने तक सेवा की और फिर बर्दवान यूनिवर्सिटी लौट आये. शनिवार को उन्हें सिद्धो-कान्हो-बिरसा यूनिवर्सिटी में पूर्णकालिक वीसी नियुक्त किया गया. विद्यासागर यूनिवर्सिटी में रसायन विज्ञान और रासायनिक प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर अमिय कुमार पांडा को 2021 में झाड़ग्राम में साधु राम चंद मुर्मू यूनिवर्सिटी के लिए अंतरिम वीसी नियुक्त किया गया था. वह जून 2023 तक इस पद पर थे. श्री पांडा को अब रानी रासमणि ग्रीन यूनिवर्सिटी में पूर्णकालिक वीसी के रूप में नियुक्त किया गया है. जादवपुर विश्वविद्यालय में गणित के प्रोफेसर कल्लोल पॉल को इस साल मई में झाड़ग्राम में साधु राम चंद मुर्मू विश्वविद्यालय का अंतरिम वीसी नियुक्त किया गया था. श्री पॉल अभी भी झाड़ग्राम में नौकरी पर थे जब उन्हें कल्याणी विश्वविद्यालय का पूर्णकालिक वीसी घोषित किया गया. इस प्रक्रिया में जादवपुर विश्वविद्यालय में इतिहास के प्रोफेसर रूप कुमार बर्मन को इस साल मई में हरिचंद गुरुचंद विश्वविद्यालय का अंतरिम वीसी नियुक्त किया गया था. जब प्रो. बर्मन को बांकुड़ा यूनिवर्सिटी के पूर्णकालिक वीसी के रूप में नियुक्त किया गया, तब भी वह वहीं तैनात थे. शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, आईआईटी, खड़गपुर में भूविज्ञान और भूभौतिकी के प्रोफेसर शंकर कुमार नाथ अब बर्दवान यूनिवर्सिटी के प्रमुख होंगे. सर्च कमेटी के माध्यम से कुलपतियों की नियुक्ति की स्थिति का जायजा लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने से दो दिन पहले चांसलर ने नामों को मंजूरी दे दी थी. इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि राज्य सरकार और राजभवन ने चयन पर सहमति व्यक्त की है, जिससे कुलपतियों की नियुक्ति के अधिकार को लेकर विवाद खत्म हो गया है, इससे एकेडमिक परिवेश अच्छा होगा. सुप्रीम कोर्ट ने अपने 8 जुलाई के आदेश में जो प्रक्रिया तय की थी, उसका पालन किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है