कोलकाता : केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति इरानी ने आरोप लगाया है कि जूट उद्योग के उत्थान के संबंध में पश्चिम बंगाल सरकार से उन्हें उचित प्रतिक्रिया नहीं मिली है. मर्चेंट्स चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से आयोजित वेबेक्स मीटिंग में श्रीमती इरानी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के साथ वह लगातार संपर्क में हैं. बंगाल सरकार को चिट्ठियां व ई-मेल लगातार दिये गये हैं.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद बंगाल के वित्त मंत्री और मुख्य सचिव के साथ बात की है. मुख्यमंत्री के साथ बात संभव नहीं हो सकी क्योंकि वह व्यस्त थीं. बावजूद इसके जूट उद्योग के उत्थान के संबंध में उचित प्रतिक्रिया बंगाल सरकार से नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि संघीय ढांचे में काफी कुछ राज्य सरकारों पर ही निर्भर करता है.
श्रीमती इरानी ने यह भी बताया कि सर्टिफाइड क्वालिटी जूट बीज को अभूतपूर्व तरीके से किसानों तक पहुंचाने की योजना है. बैठक में बंगाल में होशियरी की दुकानों को खोलने को लेकर पूछे गये सवाल पर उनका कहना था कि यह भी बंगाल सरकार पर ही निर्भर है. उनका कहना था कि निवेश को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार अपने श्रम कानून में संशोधन कर सकती है.
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श्रीमती इरानी ने कपड़ा व जूट उद्योग से आग्रह किया कि मूल समस्या देखी जाती है कि मशीन या तो पुराने हैं या आयातित हैं. उद्योग को चाहिए कि वह भारत में स्वदेशी मशीनों को विकसित करने की दिशा में आगे आएं. कमाई का पैसा वह मशीनरी को उन्नत करने की दिशा में उपयोग करें. इससे लंबी अवधि में उनकी कमाई अधिक भी होगी और लागत भी कम होगी. उन्होंने कहा कि उद्योग में यह सामर्थ्य है कि वह अपने बूते पर आगे बढ़ सके.