कोलकाता. गणतंत्र दिवस के अवसर पर मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल में ध्वजारोहण करने पहुंचे सोसायटी के मानद सचिव प्रह्लादराय (पीआर) गोयनका पर हुए हमले की एक कथित घटना की लोगों ने निंदा की है. कथित तौर पर पोस्ता थाने को घटना की शिकायत भी दी गयी है. सोसायटी की कार्यसमिति के सदस्य संदीप बजाज ने कहा कि सोसायटी के प्रधान सचिव पर हुआ हमला अक्षम्य है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. वरिष्ठ पत्रकार विश्वंभर नेवर ने कहा है कि इस तरह की घटनाएं निंदनीय हैं. सामाजिक संस्थाओं में कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों को संयम से काम लेना चाहिए. अगर किसी को कोई शिकायत है, तो बैठ कर बातचीत करनी चाहिए. न्यायिक प्रक्रियाओं का सहारा लेना चाहिए. मारपीट करना पूरी तरह से गलत है. सोसायटी की कार्यसमिति के एक अन्य सदस्य विष्णु मित्तल ने कहा कि मारपीट करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी. कर्मचारियों को समझना चाहिए कि हम दानदाताओं से पैसे मांग कर लाते हैं और अस्पताल चलाते हैं. अगर इस तरह की घटनाएं होती रहीं, तो लोग सामाजिक कार्यों के लिए आगे आना बंद कर देंगे. इससे नुकसान समाज को ही होगा. हमलावरों के खिलाफ सबको आगे आना चाहिए. सामाजिक कार्यकर्ता संदीप गर्ग ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा है कि ऐसी घटनाओं से लोकहित में आगे बढ़ कर काम करने वाले दान दाताओं व समाजसेवियों का मनोबल टूटता है. पीआर गोयनका को पर्यावरणविद् व समाजसेवी बताते हुए श्री गर्ग ने कहा कि वे सामाजिक कार्यों में सदैव ही आगे रहते हैं. सामाजिक महत्व के कामकाज के लिए बढ़-चढ़ कर आर्थिक योगदान भी देते हैं. ऐसे व्यक्ति पर हमला घोर निंदनीय है.
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