कोलकाता. पूर्व सांसद व केंद्रीय मंत्री जॉन बारला ने अपनी ही पार्टी के कामकाज पर सवाल उठाया है. वहीं, डुआर्स के बानरहाट में स्थित उनके आवास पर तृणमूल कांग्रेस के सचिव दीपेन प्रमाणिक व जिले के नेता दुलाल देवनाथ के साथ उनकी हुई मुलाकात ने अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है. इस बीच, 13 नवंबर को मदारीहाट में उपचुनाव भी होने जा रहा है, लेकिन बारला को सक्रियता के साथ मैदान में नहीं देखा जा रहा है. अटकलों के बीच बारला ने कहा कि फिलहाल पार्टी बदलने का कोई इरादा नहीं है. दीपेन के साथ उनका पुराना संबंध है. उन्होंने मिलने की बात कही थी, इसलिए वह मिलने के लिए आये थे. उनके साथ बातचीत हुई. उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि वह गोरखा व आदिवासियों को नाराज करना नहीं चाह रहे हैं. 2026 में राज्य में विधानसभा चुनाव होना है. सांसद मनोज टिग्गा को लेकर असंतोष जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर वन मैन आर्मी की तरह सब चल रहा है. किसी के साथ कोई बात भी नहीं की जा रही है. चाय बागान के लोगों को साथ लेकर नहीं चलने पर वे लोग कैसे भरोसा करेंगे. मेरे बिना ही यदि पार्टी जीत हासिल करती है, तो यह अच्छी बात होगी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोलकाता में बैठे पार्टी के शीर्ष नेता अलीपुरदुआर, जलपाईगुड़ी के नेताओं को महत्व नहीं देते हैं. किसी कमेटी में भी जगह नहीं दी जाती है. इसके कारण ही भाजपा का प्रदर्शन खराब होता जा रहा है.
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