बाढ़ नियंत्रण में फेल हुआ राज्य का सिंचाई व जलमार्ग विभाग

भाजपा नेता ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि अपनी खामियों को देखने की बजाय दूसरे पर दोष मढ़ने की ममता बनर्जी की चाल और रणनीति काफी पुरानी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 19, 2024 1:52 AM
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कोलकाता. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य में बाढ़ जैसे हालात के लिए डीवीसी व केंद्र को जिम्मेदार ठहराने और इसे मानव निर्मित बताने पर पलटवार किया है. भाजपा नेता ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि अपनी खामियों को देखने की बजाय दूसरे पर दोष मढ़ने की ममता बनर्जी की चाल और रणनीति काफी पुरानी है. जब भी राज्य में कोई प्राकृतिक आपदा या इस प्रकार की परिस्थिति आती है, वह इसके लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराने लगती हैं. श्री अधिकारी ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि हर बार बाढ़ के समय आप ये शब्द बोलती हैं. राज्य में बाढ़ आने पर इसे मानव निर्मित करार देते हुए इसके लिए केंद्र, झारखंड सरकार और डीवीसी को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश करती हैं. जबकि सच्चाई यह है कि राज्य का सिंचाई और जलमार्ग विभाग पूरी तरह फेल है. न तो आप माॅनसून से पहले कोई निवारक या एहतियाती उपाय करती हैं और न ही आपने कभी इस समस्या से निबटने के लिए बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए कोई कदम उठाया है. 3750 करोड़ खर्च करने के बावजूद नहीं सुधरी स्थिति : श्री अधिकारी ने लिखा : जहां तक मुझे याद है, विश्व बैंक ने निचले दामोदर घाटी के निचले क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति को प्रबंधित करने के लिए बांध की दीवारें, नदी तटबंध कवच, आसन्न नदियों की सफाई, छोटे पैमाने पर भंडारण संरचनाएं बनाने, खाड़ी पुनर्वास, नहरों की खुदाई आदि जैसी नयी सिंचाई संरचनाओं के निर्माण और संचालन के लिए बंगाल सरकार को 5000 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया था. इस 5000 करोड़ रुपये में से करीब 75 प्रतिशत 3750 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं, लेकिन आश्चर्य की बात है कि समस्या अभी भी बरकरार है.

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