दाड़ीभित के छात्रों को भाषा शहीद की मान्यता दे राज्य सरकार : सुकांत
केंद्र सरकार ने बांग्ला को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने की मंजूरी दे दी है. गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने सीएम को पत्र लिख की मांग
संवाददाता, कोलकाता
केंद्र सरकार ने बांग्ला को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने की मंजूरी दे दी है. गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया. इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भेजकर मांग की है कि उत्तर दिनाजपुर के दाड़ीभित स्कूल में प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गये दो छात्रों को भाषा शहीद का दर्जा दिया जाये. करीब छह साल पहले स्कूल में उर्दू शिक्षकों की जगह बंगाली शिक्षकों की मांग को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे, उसी समय पुलिस ने उन पर गोलियां चलायी थीं. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मांग की है कि दाड़ीभित स्कूल में दोनों छात्रों का शहीद स्मारक बनाया जाये.
क्या है घटना: यह घटना छह साल पहले सितंबर 2018 की है. उत्तर दिनाजपुर के दाड़ीभित हाई स्कूल के छात्रों ने उर्दू की जगह बंगाली भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था और उसी समय पुलिस फायरिंग में तापस बर्मन और राजेश सरकार नाम के दो छात्रों की मौत हो गयी थी. राज्य सरकार के निर्देश पर सीआइडी ने मामले की जांच अपने हाथ में ली. लेकिन पीड़ितों के परिवारों ने राज्य खुफिया एजेंसी की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए एनआइए जांच की मांग की थी और हाइकोर्ट ने पिछले वर्ष मामले की एनआइए जांच का आदेश दिया था, जो अभी जारी है. इस घटना को लेकर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने दावा किया कि छात्रों का कसूर सिर्फ इतना था कि वे अपने स्कूल में बंगाली भाषा के शिक्षक की नियुक्ति की मांग कर रहे थे और इसके लिए उन्हें गोली खानी पड़ी थी. अब जब बांग्ला को शास्त्रीय भाषा दर्जा मिल गया है, तो राज्य सरकार को उन दोनों छात्रों को भाषा शहीद का दर्जा देना चाहिए और उनकी याद में शहीद स्मारक बनाना चाहिए.
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