West Bengal : प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रवेश शुल्क में प्रस्तावित वृद्धि को वापस लेने के लिए लिखित में देने की मांग को लेकर 12 घंटे से अधिक समय तक कुलपति निर्मल्य नारायण चक्रवर्ती का घेराव किया. छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में रजिस्ट्रार का भी घेराव किया. स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ता बितान इस्लाम ने कहा, हम चाहते हैं कि कुलपति हमें लिखित में दें कि फीस वृद्धि का प्रस्ताव वापस लिया जाएगा. वह इसके लिए सहमत हो जाएं तो हम उन्हें जाने देंगे.
10 वर्षों में पहली बार दिया गया है शुल्क वृद्धि का प्रस्ताव
प्रभारी कुलपति चक्रवर्ती और रजिस्ट्रार देवज्योति कोनार से संपर्क करने के लिए उन्हें फोन किया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.प्रस्तावित वृद्धि से स्नातक स्तर पर शुल्क 4205 रुपये से बढ़कर 7,200 रुपये और स्नातकोत्तर स्तर पर 4300 रुपये से बढ़ा 7200 रुपये हो जाएगा. विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि करीब 10 वर्षों में पहली बार शुल्क वृद्धि का प्रस्ताव है क्योंकि वित्तीय संकट हैं और पुस्तकालयों के लिए नई पुस्तकों की खरीद, प्रयोगशाला उपकरणों की खरीद और मौजूदा सुविधाओं के रखरखाव पर असर पड़ रहा है.
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फीस वृद्धि केवल प्रथम सेमेस्टर के प्रवेश में होगी लागू
एसएफआई के नेतृत्व में करीब 100 छात्र फीस वृद्धि के प्रस्ताव को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले छह दिनों से विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में धरना दे रहे हैं, कार्यवाहक कुलपति द्वारा कोई लिखित आश्वासन देने से इनकार करने के बाद बुधवार रात घेराव शुरू हुआ.विश्वविद्यालय के अधिकारी ने कहा, संस्थान के सामने वित्तीय संकट है, इसलिए फीस में वृद्धि जरूरी हो गई है.यह वृद्धि केवल प्रथम सेमेस्टर के प्रवेश पर लागू होगी.
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