कोलकाता में छापा, 6.60 करोड़ की संदिग्ध नकली दवाएं की गयीं जब्त

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और वेस्ट बंगाल औषधि नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चला कर संदिग्ध नकली दवाओं को जब्त किया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 1, 2025 1:06 AM
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दवाओं के पैकेट पर लिखा है ‘मेड इन बांग्लादेश’

कैंसर-मधुमेह की संदिग्ध नकली दवाएं भी जब्त

संवाददाता, कोलकाता

महानगर में दवा की एक थोक दुकान से बड़ी मात्रा में कैंसर, एंटी-डायबिटिक व अन्य बीमारियों की संदिग्ध नकली दवाएं जब्त की गयी हैं. केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन, ईस्टर्न विंग ने एक गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को कोलकाता में छापेमारी की. इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. पत्र सूचना कार्यालय (पीआइबी) की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी है.जब्त दवाओं पर लिखा है ‘मेड इन बांग्लादेश. घटना भवानीपुर रीजेंट पार्क थाना इलाके की है. जब्त दवाओं की कीमत 6.60 करोड़ रुपये आंकी गयी है. इनके कुछ सैंपल जांच के लिए भेजे गये हैं.

जानकारी के अनुसार, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और वेस्ट बंगाल औषधि नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चला कर संदिग्ध नकली दवाओं को जब्त किया.

इस दौरान बड़ी मात्रा में डिब्बों में बंद नशीली दवाएं बरामद की गयीं. आरोप है कि ये सभी दवाइयां नकली थीं. सूत्रों के मुताबिक, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर नकली दवा का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था. दवाओं पर आयरलैंड, तुर्की, बांग्लादेश और अमेरिका में निर्मित होने की जानकारी दी गयी है. दवा बनाने की विभिन्न सामग्रियां भी बरामद की गयीं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इन जब्त दवाओं के किसी भी तरह के दस्तावेज अधिकारियों को नहीं मिले हैं. घटना में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. उसे कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

आशंका है कि इस धांधली में एक से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं. गौरतलब है कि गिरफ्तार महिला रीजेंट पार्क की रहने वाली है. उससे पूछताछ कर इस कारोबार से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है.

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नकली दवाओं को जबत करने के लिए अभियान जारी रहेगा. इस संबंध में ””””””””जीरो टॉलरेंस”””””””” नीति अपनायी गयी है. अभियान न केवल नकली दवाओं को रोकने के लिए, बल्कि बाजार में दवाओं की गुणवत्ता की जांच करने के लिए भी है. यह सुनिश्चित करने के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है कि कम गुणवत्ता वाली कोई दवा न बेची जाये. मंगलवार को कोलकाता से जब्त की गयी सभी दवाओं को गुणवत्ता परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है.

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