कोलकाता. मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज के निलंबित सात जूनियर डॉक्टरों (पीजीटी छात्रों) ने कॉलेज की अध्यक्ष मौसमी नंदी के माध्यम से मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि उनकी सजा माफ की जाये. वे आशावादी हैं कि इससे कुछ न कुछ परिणाम निकलेगा. कॉलेज अध्यक्ष मौसमी नंदी ने भी कहा कि पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है. अब जो भी फ़ैसला होगा, वह मुख्यमंत्री ही लेंगी. इस बीच जूनियर डॉक्टरों ने स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक और बैठक की. हालांकि, जूनियर डॉक्टरों का एक बड़ा वर्ग अब अपनी मांगों को उग्र आंदोलन के रूप में नहीं, बल्कि अनुरोध के रूप में प्रस्तुत करना चाहता है. जूनियर डॉक्टरों ने पीजीटी पर लगायी गयी सजा को रद्द करने की मांग को लेकर सोमवार को मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा. हालांकि, सामान्य मरीजों को दी जाने वाली सेवाओं को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग विभागों के अनुसार निर्णय लिये गये. आंशिक हड़ताल को किस प्रकार क्रियान्वित किया जायेगा, इसका निर्णय लिया जायेगा.
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