R G Kar Incident : पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने कहा, यह कितनी शर्म की बात है कि, राज्य सरकार नोटिफिकेशन जारी कर कहती है कि रात के समय में महिलाओं की सुरक्षा नहीं है. जहां संसद और विधानसभा में महिलाओं के लिए सीट आरक्षित करने को लेकर बिल पास होते हैं वहीं नारी सशक्तिकरण की बात कही जाती है, महिलाओं को बढ़ावा देने की बात होती है. वहीं राज्य सरकार के खास अलापन बंदोपाध्याय कहते हैं कि महिलाओं का रात में ड्युटी करना सही नहीं है. सबसे बड़ी विडंबना यही है कि राज्य में रात के समय महिलाओं की सुरक्षा नहीं है, आगे वे यह भी कहेंगे कि महिलाएं दिन में भी घर से बाहर न निकलें.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा, हम नबान्न अभियान चलाकर न्याय की करेंगे मांग
आरजी कर मामले को लेकर बंगाल में घमासान मचा हुआ है. मुख्यमंत्री पर हमेशा भरोसा जताने के बावजूद मृतक जूनियर डाॅक्टर के पिता ने उन पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाया. विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना है हमें नबान्न अभियान करने को भी तैयार है. बस मृतक जूनियर डाॅक्टर के पिता हमारा समर्थन करने के लिये तैयार हो जाएं. भाजपा भी महिला डाॅक्टर को न्याय दिलाना चाहती है और हमें उसके लिये जो कुछ भी करना होगा वह हम करने के लिये तैयार है.
प्रदर्शनकारियों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहीं मुख्यमंत्री
आरजी कर की घटना को लेकर राज्यभर में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इस बीच मृत महिला चिकित्सक के माता-पिता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाया है. मृतका की मां ने कहा कि मुख्यमंत्री घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही हैं. हम राज्य और देशवासियों को एक संदेश देना चाहते हैं. जो लोग लक्खी भंडार, कन्याश्री योजना का लाभ ले रहे हैं, उन्हें पहले यह सोचना चाहिए कि क्या उनकी ‘लक्ष्मी’ सुरक्षित है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी बेटी काम करती थी, इसलिए वह मुआवजे की हकदार है. मैंने कहा कि हो सके तो न्याय दो. लेकिन सीएम ने मुआवजे की राशि का जिक्र नहीं किया.
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