पकड़े गये आरोपियों में एक स्कूल शिक्षक भी शामिल
गिरफ्तार लोग आपस में रिश्तेदार बताये गये हैं
संवाददाता, कोलकातापुलिस ने रविवार रात सिलीगुड़ी से टैब घोटाले के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों में एक प्राथमिक शिक्षक भी शामिल है. पुलिस को इन आरोपियों पर प्राथमिक तौर पर मुख्य साजिशकर्ता होने का संदेह है. कोलकाता के सरसुना में टैब का रुपया गायब होने की शिकायत की जांच करते हुए पुलिस तीनों आरोपियों तक पहुंची. गिरफ्तार आरोपियों के नाम दिवाकर दास (28), विशाल ढाली (23) व गोपाल राय (28) है. दिवाकर उर्फ बिट्टू को मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. दिवाकर उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा के दासपाड़ा डालियाहाट गांव का रहनेवाला है. जबकि गोपाल राय व विशाल ढाली दार्जिलिंग के रहनेवाले हैं. चोपड़ा के मरीचा ग्वालगाछ स्कूल के शिक्षक प्रभारी ने बताया कि दिवाकर स्कूल में स्थायी स्टाफ है. इसके पहले लालबाजार के जांच अधिकारियों ने बताया था कि इस घोटाले का केंद्र बिंदु चोपड़ा है. पुलिस ने बताया कि विशाल दिवाकर की मौसी का पुत्र है. वहीं विशाल की बड़ी बहन से इसी मार्च महीने में गोपाल ने शादी की थी. विशाल व गोपाल दोनों दार्जिलिंग के चंपासारी के बाशिंदा हैं. रविवार की रात सिलीगुड़ी के सेवक रोड के एक मॉल से तीनों को एक साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया. कैसे हुई तीनों की गिरफ्तारी: जानकारी के मुताबिक, रविवार दोपहर को खाना खाने के बाद तीनों पहाड़ पर रवाना होने वाले थे. गोपाल की मां यमुना राय ने बताया कि घटना को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है. ससुराल से निमंत्रण मिलने पर वह पत्नी को लेकर वहां गया था. सोमवार सुबह थाने में जाने पर पूरी घटना की जानकारी मिली. विशाल के एक पड़ोसी के मुताबिक रविवार को दिवाकर, गोपाल यहां आये थे. शाम को घूमने जाने के नाम पर तीनों घर से निकले थे. रविवार की रात विशाल की मां एक बैग लेकर निकली थी. वह किसी रिश्तेदार के घर जाने को कह रही थी. पड़ोसियों का कहना है कि हाल के दिनों में विशाल के चाल-चलन में काफी बदलाव आया था. उनके घर में कई महंगी कारें आती थीं. उस पर उन्हें संदेह हो रहा था. लेकिन इतना बड़ा कोई खेल हो रहा है, इसकी जानकारी किसी को नहीं थी. तीनों आरोपियों को सोमवार को अलीपुर अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें 25 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया.सैकड़ों विद्यार्थियों के खाते में नहीं पहुंची है टैब की राशि
कोलकाता पुलिस के मुख्यालय ‘लालबाजार’ की जांच टीम को जानकारी मिली है कि शिक्षक के साथ जो दो अन्य लोग गिरफ्तार हुए हैं, वह उसी के रिश्तेदार हैं. पुलिस का अनुमान है कि प्राथमिक शिक्षक दिवाकर दास ने अपने दोनों रिश्तेदारों के साथ मिलकर इस धोखाधड़ी का जाल बिछाया है. गौरतलब है कि राज्य सरकार 11वीं और 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों को टैब या स्मार्टफोन खरीदने के लिए प्रत्येक को 10 हजार रुपये देती है. हाल में विद्यार्थियों को यह पैसा उनके खाते में हस्तांतरित किये गये हैं. अब बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की ओर से शिकायत मिल रही है कि उनके खाते में यह राशि नहीं पहुंची है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है