Loading election data...

बाढ़ प्रभावित इलाकों में सांपों का आतंक, 129 लोगों को डसा

सर्पदंश के कहर से जलमग्न इलाके में फंसे लोगों काे दिन में परेशानी झेलनी पड़ रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 26, 2024 1:16 AM

जीतेश बोरकर, खड़गपुर

पश्चिम मेदिनीपुर जिले के जलमग्न इलाके में फंसे लोग पहले से ही पानी का कहर झेल रहे हैं. ऊपर से इन इलाकों में विषैले सांपों का आतंक बढ़ गया है. पश्चिम मेदिनीपुर जिले के विभिन्न जलमग्न इलाके में 129 लोगों को जहरीले सांप डंस चुके हैं. सर्पदंश के कहर से जलमग्न इलाके में फंसे लोगों काे दिन में परेशानी झेलनी पड़ रही है. पश्चिम मेदिनीपुर जिला स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कुछ ही दिनों में अब तक 129 लोगों को सांप डंस चुके हैं.

इनमें मेदिनीपुर मेडिकल काॅलेज एंड अस्पताल में 67 पीड़ित, घाटाल महकमा अस्पताल में 19, खड़गपुर महकमा अस्पताल में 13, डेबरा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में नौ, सालबनी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में चार और बेलदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में नौ पीड़ितों का इलाज चल रहा है.

गौरतलब है कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटाल सहित कई इलाके में अब भी बाढ़ जैसे हालात हैं. पिछले दिनों हुई तेज बारिश और झारखंड से पानी छोड़ने से उफनती नदियों का पानी गांवों में प्रवेश कर गया, जिससे कइ इलाके पानी की चपेट में हैं.

दूसरी ओर मंगलवार से इलाके में हो रही रिमझिम बारिश से जलमग्न इलाके में फंसे लोगों में दहशत है. खेत और मैदान भी पानी में डूब चुके हैं. सांपों के बिल में पानी प्रवेश कर जाने से विषैले सांप आश्रय लेने के लिए या पानी में तैरते हुए दिख रहे हैं. वे लोगों के घरों में भी प्रवेश कर रहे हैं, जिससे सर्पदंश का खतरा काफी बढ़ गया है. वहीं, सांपों के आतंक से परेशान लोगों के बीच जिला स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है. स्वास्थ्य कर्मी ग्रामीणों को बता रहे हैं कि अगर किसी को सांप डंसता है, तो वे ओझा के पास जाने और सांप को पकड़ने में समय बर्बाद न करके सीधे नजदीक के अस्पतालों में जाये और समय पर अपना सही उपचार कराये. वहीं, घाटाल के बाढ़ प्रभावित इलाके में प्रतिदिन 10 से अधिक विषैले सांपों को पकड़ कर ग्रामीणों के बीच दहशत मिटाने वाले व्यक्ति व परिवेश बंधु मलय घोष का कहना है कि सर्पदंश से लोगों को डरने की जरूरत नहीं है.

बस समय पर अस्पताल जाना होगा. कुसंस्कारों से दूर रहना होगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version