राज्य के दो विस क्षेत्रों का वोटर रह चुका है गिरफ्तार बांग्लादेशी आतंकी!
हाल ही में असम पुलिस की टीम ने इन्हें किया था गिरफ्तार
हाल ही में असम पुलिस की टीम ने इन्हें किया था गिरफ्तार जांच में मुर्शिदाबाद के दो विधानसभा केंद्रों में वोटर लिस्ट में इसके नाम होने का खुलासा जांचकर्ताओं के मुताबिक, शाब शेख ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अपना पासपोर्ट और वोटर कार्ड बनवाया संवाददाता, कोलकाता कोलकाता पुलिस ने हाल ही में बांग्लादेशी नागरिकों के नाम पर फर्जी कागजात के जरिये अवैध पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इस गिरोह के सदस्यों से पुलिस पूछताछ कर ही रही थी, कि इसी बीच असम पुलिस द्वारा केरल से हाल ही में गिरफ्तार बांग्लादेशी आतंकी संगठन अंसारूल्ला बांग्ला टीम (एबीटी) से जुड़ा संदिग्ध आतंकी मोहम्मद शाद राडी उर्फ मोहम्मद शाब शेख का नाम इस राज्य की वोटर लिस्ट में पाया गया. यह भी जानकारी मिली है कि उसका नाम सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र में नहीं, बल्कि दो-दो विधानसभा क्षेत्र की वोटर लिस्ट में दर्ज है. जांचकर्ताओं के मुताबिक, शाब शेख ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अपना पासपोर्ट और वोटर कार्ड बनाया. गत नवंबर के अंत में वह मुर्शिदाबाद से केरल चला गया था, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, शाब का नाम मुर्शिदाबाद के कांदी और हरिहरपाड़ा नामक दो विधानसभा सीटों की वोटर लिस्ट में है. जांच अधिकारियों को अंदेशा है कि संभवतः उसने पहले एक विधानसभा क्षेत्र में अपना नाम लिस्टेड कराया. इसके बाद इसे दूसरे विधानसभा क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया है, इसलिए दोनों जगह उसका नाम है. इस खुलासे के बाद जांच अधिकारी इस बात की भी पड़ताल कर रहे हैं कि शाब का नाम मतदाता सूची में कब और कैसे, किन-किन कागजातों की मदद से सूचीबद्ध किया गया, जिसके बाद उसका मतदाता पहचान पत्र बन गया. संदिग्ध आतंकी ने मतदान किया या नहीं, हो रही जांच पुलिस सूत्रों का कहना है कि असम पुलिस ने शाब से पूछताछ के बाद उसके करीबी व संगठन के अन्य सदस्यों, मिनारुल शेख और मोहम्मद अब्बास अली को मुर्शिदाबाद के हरिहरपाड़ा से दबोचा था. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद इनका नाम भी मतदाता सूची में है या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है. जांच अधिकारियों का कहना है कि इस बांग्लादेशी संदिग्ध आतंकी ने संभवतः इस राज्य में मतदान किया है या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है. इसके साथ मतदाता सूची की जांच के अलावा, शाब की गतिविधियों को समझने के लिए उसके पासपोर्ट के विवरण की भी जांच की जा रही है. हालांकि, जांचकर्ताओं को पता चला कि शाब के अलावा, एबीटी के कई अन्य सदस्य हरिहरपाड़ा में थे. असम पुलिस ने इसके पहले यह भी जानकारी दी थी कि पकड़े गये शाब के साथी नूर मंडल और मुजीबुर रहमान की राज्य में लगातार बैठकें होती थीं.
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