मक्खियों की भिनभिनाहट से टूट रहा है परिवार

जिले के आरामबाग सब-डिविजन के गोघाट में मक्खियों की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 16, 2024 2:10 AM

गोघाट : महिलाओं ने मक्खियों से निजात के लिए खोला मोर्चा, किया पथावरोधप्रतिनिधि, हुगलीजिले के आरामबाग सब-डिविजन के गोघाट में मक्खियों की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. गांव के युवाओं की शादियां नहीं हो रही हैं, जिससे पूरा गांव गुस्से में है. जिनकी शादी हुई है, वह इन मक्खियों की वजह से शादी तोड़ रहे हैं. इस तरह मक्खियों की भिनभिनाहट से परिवार टूट रहा है. इन मक्खियों के खिलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है. मक्खियों से छुटकारा अविलंब दिलाने की मांग पर मंगलवार को पथावरोध किया. महिलाओं के विरोध प्रदर्शन से सड़क पर जाम लग गया. खबर पाकर पुलिस पहुंची और समझा-बूझाकर जाम खत्म करवाया. यह घटना हुगली के गोघाट के भादुर ग्राम पंचायत के बांधेस्वर इलाके की है. आरोप है कि इलाके में सफाई की व्यवस्था सही नहीं होने से इतनी बदबू है कि घर में रहना भी मुश्किल हो गया है. मक्खियों की वजह से पकाया हुआ खाना भी खराब हो रहा है. बीमारियों के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. छोटे बच्चों की पढ़ाई में भी बाधा आ रही है. यहां तक कि गांव के लड़के-लड़कियों की शादियां मक्खियों की वजह से टूट रही हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या को लेकर कई बार आवाज उठायी है. समाधान के लिए वे सरकार के दरवाजे-दरवाजे घूम चुके हैं. कई बार प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों से भी अपील की गयी, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस वजह से गांव की महिलाएं गुस्से में हैं. मंगलवार को स्थानीय महिलाएं इकट्ठा होकर सड़क जाम करने लगीं और नारेबाजी करती रहीं. उनका आरोप है कि गांव में एक पोल्ट्री फार्म से ही सारी समस्या उत्पन्न हो रही है. उसी से आने वाली मक्खियों ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया है.

26 बीघा में फैला पोल्ट्री फार्म बना परेशानी का सबब

ग्रामीणों के एक बड़े हिस्से का आरोप है कि शासक दल के नेताओं के समर्थन से गांव के बीच लगभग 26 बीघा का यह पोल्ट्री फार्म बनाया गया है. वहीं, गांव में बदबू और मक्खियों के बढ़ते उपद्रव की बात को गोघाट पंचायत समिति के अध्यक्ष विजय राय ने भी स्वीकार किया है. लेकिन जनसंख्या के बीच इतने बड़े पोल्ट्री फार्म को कैसे अनुमति मिली, यह सवाल कई जगहों पर उठ रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version