20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मृतक के परिवार ने राज्य सरकार से मुआवजा लेने से किया इंकार

दक्षिण दिनाजपुर के एक सरकारी अस्पताल में जान गंवाने वाले 10 वर्षीय बच्चे के परिवार ने दो लाख रुपये का मुआवजा लेने से इनकार करते हुए राज्य सरकार के इस दावे को खारिज किया कि जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के कारण बच्चे की मौत हुई है.

सड़क हादसे में घायल हो गया था बच्चा, अस्पताल में हो गयी मौत

कोलकाता. दक्षिण दिनाजपुर के एक सरकारी अस्पताल में जान गंवाने वाले 10 वर्षीय बच्चे के परिवार ने दो लाख रुपये का मुआवजा लेने से इनकार करते हुए राज्य सरकार के इस दावे को खारिज किया कि जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के कारण बच्चे की मौत हुई है. कक्षा तीन में पढ़ने वाला छात्र शिवम शर्मा सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था, जिसके बाद उसे बालुरघाट अस्पताल ले जाया गया. उसके परिवार ने आरोप लगाया कि एक वरिष्ठ चिकित्सक की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हो गयी, जिसने ड्यूटी पर होने के बावजूद उसे देखने में देरी की. शिवम के चाचा आनंद शर्मा ने कहा कि इस अस्पताल में कोई जूनियर डॉक्टर नहीं है.

उसकी मौत आरजी कर अस्पताल की घटना के तीन दिन बाद 12 अगस्त को हुई, जब जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन शुरुआती चरण में था. इसलिए यह दावा गलत है कि जूनियर डॉक्टरों के काम पर नहीं होने के कारण उसकी मौत हुई. श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि वरिष्ठ चिकित्सक ने ड्यूटी पर होने के बावजूद शिवम को समय पर नहीं देखा, जिससे उसकी मौत हो गयी. राज्य सरकार की ओर से मुआवजे की पेशकश को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि हम दोषी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं, न कि मुआवजा. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को घोषणा की कि राज्य सरकार जूनियर डॉक्टरों के काम पर न होने के कारण कथित तौर पर इलाज नहीं मिलने से मरने वाले 29 लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें