बेटी की उठनी थी डोली लेकिन उठा जनाजा
पीड़िता के पिता अब्दुला (बदला हुआ नाम) का कहना था कि उनकी दोनों बेटियों की शादी नवंबर में होनी थी.
हावड़ा. एसिड अटैक पीड़िता मृतका का शव बुधवार रात सात बजे भोट बागान उसके घर पहुंचा, तो परिजनों की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था. पीड़िता के पिता और मां को बिलखता देख अन्य लोगों की आखें भी नम हो गयीं. पीड़िता के पिता अब्दुला (बदला हुआ नाम) का कहना था कि उनकी दोनों बेटियों की शादी नवंबर में होनी थी. बेटियों की डोली उठाने की तैयारी में था. लेकिन तकदीर ने ऐसी पलटी मारी कि बेटी का जनाजा उठाना पड़ रहा है. इतना कह कर अब्दुला फफक कर रो पड़े. उल्लेखनीय है कि 21 अगस्त को एसिड अटैक की घटना हुई थी. बाद में पुलिस ने घटना में पीड़िता की बहन को ही गिरफ्तार किया था. बताते हैं कि दोनों बहनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद उसने अपनी ही बहन पर एसिड फेंक दिया. वर्तमान में आरोपी हावड़ा जेल में बंद है. बताते हैं कि दोनों बहनों की शादी नवंबर में होने वाली थी. उल्लेखनीय है कि 21 अगस्त की घटना के बाद से ही पीड़िता का सबसे पहले जायसवाल अस्पताल, हावड़ा जनरल अस्पताल और फिर कोलकाता के बांगुड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इतने दिनों तक युवती का इलाज चल रहा था. मंगलवार रात उसकी मौत हो गयी.
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