कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्य सचिवालय में कैबिनेट की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार की ओर से हरेक जिले के मुख्यालय में बिगबाजार के तर्ज पर शॉपिंग मॉल का निर्माण किया जायेगा. इसके लिए राज्य सरकार की ओर से सभी जिलों में एक एकड़ जमीन मुहैया करायी जायेगी. राज्य सरकार ने पीपीपी मॉडल के तहत यह योजना लागू करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन शॉपिंग मॉलों में स्वयं-सहायता समूहों (एसएचजी) को अपने उत्पाद बेचने के लिए जगह दी जायेगी. सभी शॉपिंग मॉल में दो फ्लोर एसएचजी के लिए होगा, जिसे जिला के कारीगरों व एसएचजी के लिए आवंटित किया जायेगा. इससे वे अपने उत्पाद मॉल में बेच पायेंगे. इसके अलावा बाकी के फ्लोर में अन्य कारोबारियों के लिए दुकान आवंटित की जायेगी. मॉल के टॉप फ्लोर में सिनेमा हॉल का भी निर्माण किया जायेगा. साथ ही कार पार्किंग की भी सुविधा होगी.
सीएम ने कहा कि इससे जिले में कारोबार का विस्तार होगा. साथ ही एसएचजी से जुड़े लोगों को अपने उत्पादों को बेचने के लिए बाजार मिलेगा. उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह विभिन्न वस्तुओं का उत्पादन करते हैं, लेकिन मेलों के अलावा उन्हें अपने उत्पादों को बेचने का अवसर नहीं मिलता है. इसलिए राज्य सरकार ने उनके लिए स्थायी बाजार मुहैया कराने के लिए यह फैसला लिया है.
अलीपुर में भी बनेगा शॉपिंग मॉल
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिड़ियाघर के सामने फिश म्यूजियम की अप्रयुक्त जमीन पर भी एक बड़ा शॉपिंग मॉल बनाया जा रहा है. लेकिन उसमें जो एक्वेरियम था, वह रहेगा. चिड़ियाघर में अंदर की जमीन पर पशु अस्पताल बनाया जायेगा. वहां जगह को लेकर कोई समस्या नहीं है. सभी विभागों ने एक साथ बैठकर इस फैसले पर चर्चा की है. अलीपुर म्यूजियम के सामने एक शॉपिंग मॉल का निर्माण किया जा रहा है, जहां राज्य में चमड़े से बने उत्पादों को बेचा जायेगा. मॉल का आधा हिस्सा लेदर मार्केट एवं आधा बांग्लार साड़ी शोरूम के लिए आवंटित किया जायेगा.
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