बच्चे के जीवन में पिता की भूमिका को दर्शायेगा पंडाल
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों के लालबाजार अभियान के समय अनोखा तरीके से सांकेतिक रीढ़ की हड्डी (मेरुदंड) लेकर विरोध जताया गया था.
संवाददाता, कोलकाता
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों के लालबाजार अभियान के समय अनोखा तरीके से सांकेतिक रीढ़ की हड्डी (मेरुदंड) लेकर विरोध जताया गया था. साथ ही सीपी से मिलने गये जूनियर डॉक्टरों का प्रतिनिधिदल सांकेतिक रीढ़ की हड्डी लेकर गया था. डॉक्टरों के इस अनोखे विरोध की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी थी. इसके बाद बेलियाघाटा गांधी माठ फ्रेंड्स सर्किल के मंडप सजावट में मेरुदंड को लेकर थीम बनाने का काम शुरू हुआ. लेकिन विवाद शुरू होते ही पूजा आयोजक ने मेरुदंड को हटा दिया. उनका कहना है कि उस प्रतीकात्मक मेरुदंड से समाज को किसी भी स्थिति में मेरुदंड सीधा रखने की सीख देने के लिए तैयार किया गया था, लेकिन मेरुदंड पर विवाद से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया. पूजा का थीम है- बाबा रा एमुनी निशब्द (अर्थात-पिता साइलेंट तरीके से बच्चों के जीवन में हर क्षण केयर करते हैं). बच्चे की शिक्षा से लेकर उनके सही मार्गदर्शन में पिता की सक्रिय भूमिका होती है. इस दृश्य को ही साइलेंट तरीके से पूजा पंडाल में दर्शाया जायेगा.
बेलियाघाटा गांधी माठ फ्रेंड्स सर्किल के पूजा आयोजन का यह 51वां साल है. इस बार का बजट 12 लाख रुपये है. कलाकार प्रबीर साहा ने बताया कि बच्चों के जन्म के बाद स्कूल में शिक्षा से लेकर उनके अच्छे संस्कार से लेकर बड़े होने तक उनके हर स्टेज में पिता द्वारा केयर की भूमिका को पूजा पंडाल में साइलेंट रूप में दर्शाया जायेगा. किस तरह से बच्चे को पिता स्कूल ले जाते हैं. कैसे बच्चे को साइकिल चलाना सिखाते हैं, वर्तमान से लेकर भविष्य तक बच्चे को केयर करने में पिता के भूमिका को दिखाया जायेगा.
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