बंगाल में हैं 17 लाख फर्जी वोटर : सुकांत मजूमदार

केंद्रीय मंत्री सह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने चुनाव आयोग को सौंपा ज्ञापन

By Prabhat Khabar News Desk | December 14, 2024 12:48 AM

34,000 मतदाताओं के ईपीआइसी नंबर नकली कोलकाता. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मुलाकात की. उन्होंने भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त को मतदाता सूची में गड़बड़ी के संबंध में लगभग 5000 पन्नों का दस्तावेज सौंपा. भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से आम आदमी पार्टी (आप) की कथित शह पर दिल्ली में रह रहे रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी नागरिकों के फर्जी मतदाताओं के 5,000 पन्नों का साक्ष्य सौंपा. भाजपा के आरोप पर आप की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मिलने के बाद, पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के फर्जी वोट होने के बारे में पार्टी के पास और भी सबूत हैं और दावा किया कि ऐसे वोट की संख्या लाखों में है. भाजपा ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल से बांग्ला बोलने वाले प्रवासियों के रूप में ‘बड़ी संख्या में रोहिंग्या और बांग्लादेशी’ नागरिक मतदाता के रूप में यहां पंजीकृत हैं. श्री सचदेवा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता ओम पाठक, केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज और पार्टी के प्रदेश महासचिव विष्णु मित्तल शामिल थे. इसके अलावा फर्जी वोटरों के मामले में ही केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में बंगाल भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल भी सीईसी से मिला. उन्होंने मीडिया को बताया कि पश्चिम बंगाल में 17 लाख फर्जी मतदाता हैं. मीडिया से बात करते हुए भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 17 लाख फर्जी मतदाता हैं, जिसमें से 34,000 मतदाताओं के ईपीआइसी नंबर नकली हैं. 16 लाख से अधिक मतदाता ऐसे हैं जिनके नाम, पता और परिवार के सदस्यों के नाम सभी वोटर कार्ड में एक जैसे हैं लेकिन ईपीआइसी नंबर अलग-अलग हैं. हमने इसके बारे में चुनाव आयोग को जानकारी दे दी है. इसके साथ ही हमने उनसे अनुरोध किया कि फर्जी नामों को मतदाता सूची से हटा दिया जायें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version