सेलाइन के अलावा हो सकते हैं अन्य कारण भी
मौत पर जांच कमेटी के सदस्यों ने जतायी चिंता
मौत पर जांच कमेटी के सदस्यों ने जतायी चिंता मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज की घटना कोलकाता. मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में सेलाइन कांड की जांच के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर 13 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है. इस जांच कमेटी के सदस्यों ने शनिवार को मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज का दौरा करने के बाद रविवार को एसएसकेएम (पीजी) में राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम के साथ बैठक की. इस बैठक में राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ सपन सोरेन सह मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी समेत अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे. बैठक के बाद स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने बताया कि गंभीर रूप से बीमार तीनों प्रसूताओं की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. उनकी बेहतर चिकित्सा के लिए ही उन्हें एसएसकेएम (पीजी) में भर्ती कराये जाने का निर्णय लिया गया है. हो सकते हैं कई अन्य कारण : मेडिकल बोर्ड के प्रमुख्य सदस्य व पीजी के कॉर्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ सरोज मंडल ने बताया कि मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज से सेलाइन के नमूने संग्रह कर जांच के लिए लैब में भेजा गया है, पर हमें लगता है कि मौत के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि सभी प्रसूताओं ने सीजर से शिशु को जन्म दिया है. मेडिकल टीम के एक अन्य सदस्य ने बताया कि सेलाइन रिंगर लैक्टेट की एक ही बैच की दवा एनआरएस मेडिकल कॉलेज, कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज और मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज के अन्य विभागों में भी मरीजों को सेलाइन चढ़ायी गयी थी, लेकिन दूसरे मरीजों को किसी तरह की शारीरिक परेशानी नहीं हुई. उन्होंने बताया कि प्रसूताओं की किडनी बुरी तरह से प्रभावित हुई है. इसलिए उनका डायलिसिस भी किया जा रहा है. मेडिकल टीम के सदस्यों को रिपोर्ट पेश करने का निर्देश जांच कमेटी के सदस्यों को सोमवार तक रिपोर्ट पेश किये जाने का निर्देश दिया गया है, ताकि कारणों को समझा जा सके. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट तैयार हो चुकी है. सोमवार को विशेष मेडिकल टीम के सदस्य स्वास्थ्य सचिव को रिपोर्ट सौंपेंगे.
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