प्राथमिक विद्यालयों को पांचवीं कक्षा तक अपग्रेड करने के बाद भी छात्रों की संख्या में इजाफा नहीं
जिले के 700 प्राथमिक विद्यालयों को तीन साल पहले पांचवीं कक्षा तक अपग्रेड करने के बाद शिक्षा विभाग ने अगले वर्ष फिर से 100 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों को पांचवीं कक्षा तक बढ़ाने का फैसला लिया है
तीन साल पहले शिक्षा विभाग ने लिया था फैसला
संवाददाता, हावड़ा
जिले के 700 प्राथमिक विद्यालयों को तीन साल पहले पांचवीं कक्षा तक अपग्रेड करने के बाद शिक्षा विभाग ने अगले वर्ष फिर से 100 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों को पांचवीं कक्षा तक बढ़ाने का फैसला लिया है, लेकिन उक्त विभाग द्वारा इन प्राथमिक विद्यालयों को पांचवीं कक्षा तक अपग्रेड करने के निर्णय को लेकर शिक्षकों ने सवाल खड़ा किया है. शिक्षकों का कहना है कि जिन स्कूलों को पांचवीं कक्षा तक बढ़ाया गया था, उन स्कूलों के पांचवीं कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या नहीं के बराबर है. चौथी कक्षा पास करने के बाद ही अभिभावक अपने बच्चों का नाम हाई स्कूल में लिखवा दे रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि छठवीं कक्षा में नाम लिखाने में काफी परेशानी होती है. इसलिए वे लोग पांचवीं कक्षा में ही अपने बच्चों को हाई स्कूल भेज दे रहे हैं. यह स्थिति शहरी अंचल के साथ-साथ ग्रामीण हावड़ा में भी है.
जानकारी के अनुसार, बागनान दो नंबर ब्लॉक स्थित चंद्रभाग प्राइमरी स्कूल में पांचवीं कक्षा में एक भी छात्र नहीं है. पिछले दो साल भी यहां छात्रों की संख्या नगण्य थी. प्रधानाध्यापिका अरुणिमा दे ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को यहां पांचवीं कक्षा में प्रवेश नहीं दिलाना चाहते हैं.
उनका कहना है कि यहां दाखिला मिलने के बाद अगले साल फिर से हाई स्कूल में छठवीं कक्षा में दाखिला लेना होगा. आमता एक नंबर ब्लॉक में उदंग प्राइमरी स्कूल में भी वर्ष 2020 में कक्षा पांचवी की पढ़ाई शुरू हुई. इस वर्ष पांचवीं कक्षा में सिर्फ आठ छात्र हैं. पिछले दो वर्षों में यहां छात्रों की संख्या क्रमशः 12 और 14 थी. यही हाल बाकी स्कूलों का है. पांचवीं कक्षा में छात्रों की संख्या बेहद कम है. शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग को इस विषय पर दूसरा विकल्प निकालने की जरूरत है.
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