कोलकाता : कोरोना के आतंक से लोगों में दहशत है. प्रधानमंत्री ने रविवार को जनता कर्फ्यू का एलान किया है, ताकि लोगों को कोरोना से बचाया जा सके. लिहाजा हर कोई अपने-अपने स्तर पर इससे निपटने की तैयारी में जुट गया है.
सरकारी दफ्तरों में पूरी तरह से छुट्टी का माहौल है. केवल आवश्यक परिसेवा में जुड़े लोग ही हरकत में रहेंगे. कोलकाता नगर निगम के सफाई कर्मचारी महानगर में कहीं कोई कचरा नहीं रहे, इसकी तैयारी में जुटे हैं. सफाई का काम पूरे जोरो पर है. कर्मचारी मास्क व ग्लब्स लगाकार सफाई कर रहे हैं.
उधर, बहुमंजिली इमारतों में रहनेवाले लोग कोरोना से निपटने के लिए एक अलग रणनीति बना रहे हैं. ज्यादातर लोग अपने घरों में ही रहेंगे. शाम के पांच बजे सभी लोग इमारत की छत पर निकलेंगे और आवश्यक दूरी बरतते हुए मास्क हो तो ठीक है, नहीं तो हाथों साबुन से साफ करते हुए नाक पर रूमाल बांध कर छत पर सामूहिक रूप से गाना व देशभक्ति गीत गायेंगे.
इसकी वजह बताते हुए केंद्र सरकार के कर्मचारी विनीत राय ने बताया कि इस प्रक्रिया से वह लोगों को जागरूक और सरकारी कर्मचारियों का हौसला बढ़ायेंगे. विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से भी लोगों को मास्क, सैनिटाइजर व साबुन बांटे जा रहे हैं.
लोगों ने खुद को घरों में समेटने की तैयारी कर ली है.
कुछ लोगों की योजना है कि वे टीवी पर दिनभर फिल्में देंखेंगे, तो मधुशाला में वक्त गुजारने के शौकिन लोगों ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है.
राज्य के आबकारी विभाग के कमिश्नर डाॅ एस उमा शंकर शनिवार से छुट्टी पर हैं. उनके पूरे विभाग में छुट्टी का आलम है. वहां भी फिलहाल सफाई अभियान चल रहा है. दफ्तर का कचरा व पुराना सामान बाहर फेंका जा रहा है. यह पूछने पर कि जनता कर्फ्यू को देखते हुए शराब की बिक्री कैसी है. आधिकारिक जवाब तो नहीं आया, लेकिन उनके दफ्तर के एक कर्मचारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अन्य दिनों की तुलना में शुक्रवार तक काफी डिमांड थी, जिसे पूरा किया गया.
वहीं, शराब की दुकानों पर अन्य दिनों के मुकाबले काफी भीड़ थी. लोग स्टाॅक जुटाने में लगे हैं. ब्लैक में शराब बेचनेवाले काशीपुर के एक दुकानदार का कहना है कि उनके यहां स्टाॅक पूरा है. कोई निराश नहीं होगा. हालांकि जनता कर्फ्यू में उनका परिवार भी शामिल रहेगा, इसलिए वह रात में ही दुकान खोलेंगे. कुल मिलाकर लोग अपने-अपने स्टाइल से जनता कर्फ्यू मनाने में जुट गये हैं.