कुलतली थाना घेराव के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच हुई धक्कामुक्की, तनाव

जयनगर कांड

By Prabhat Khabar News Desk | October 6, 2024 9:11 PM

जयनगर कांड कोलकाता. शुक्रवार देर रात दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर थाना अंतर्गत महिषमारी इलाके में नौ साल की छात्रा का शव मिलने की घटना को लेकर रविवार को भी स्थानीय लोगों का प्रदर्शन जारी रहा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शुक्रवार की शाम से लापता बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म किया गया और फिर हत्या कर शव को फेंक दिया गया. उन्होंने मामले की जांच में पुलिस पर निष्क्रियता का भी आरोप लगाया है. इधर, इसी दिन प्रदेश भाजपा की ओर से मामले में पुलिस निष्क्रियता का आरोप लगाकर कुलतली थाने का घेराव किया गया. उक्त कार्यसूची में केंद्रीय मंत्री व प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार, अग्निमित्रा पाल समेत अन्य नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे. कुलतली थाना घेराव के दौरान भाजपा व पुलिस कर्मियों के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई. घटना में तीन पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी सूचना है. इस दिन अपराह्न रैली के माध्यम से जब भाजपा नेता व कार्यकर्ता कुलतली थाना के समक्ष पहुंचे, तब वहां पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश की, तब पुलिस के साथ उनकी धक्कामुक्की हुई. हालात को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस बीच, भाजपा नेता सुकांत मजूमदार इसका विरोध करने के लिए आगे आये. हालांकि, पुलिस ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने नहीं दिया. इसके बाद भाजपा की ओर से वहां पथावरोध भी किया गया. इस दौरान भाजपा नेता मजूमदार ने आरोप लगाया कि बंगाल में महिलाओं को सुरक्षा देने में तृणमूल की सरकार नाकाम है. राज्य की महिलाओं को सुरक्षा देने में सरकार नाकाम है, लेकिन सांसद अभिषेक बनर्जी को उनके घर से पार्टी कार्यालय तक जाने के दौरान जैसे दो हजार पुलिस सुरक्षा के लिए तैनात हो जाती है. राज्य के लोग अब मुख्यमंत्री के पद पर ममता बनर्जी को नहीं देखना चाहते हैं. उन्हें खुद ही मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. आम लोगों से आह्वान है कि वे सुश्री बनर्जी को मुख्यमंत्री के पद से हटायें. कुलतली में इस अभियान के बाद मजूमदार जयनगर की घटना में पीड़िता बच्ची के परिजनों से मिलने के लिए कृपाखाली इलाका रवाना हुए. हालांकि. रास्ते में ग्रामीणों के पथावरोध की वजह से उन्हें मार्ग से जाना पड़ा. बताया जा रहा है कि उन्होंने पीड़िता के परिजनों से बात की है और उनके साथ रहने का आश्वासन भी दिया है.

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