आरजी कर की घटना के बाद अभिजीत व संदीप घोष में हुई थी बात

सीबीआइ के अधिवक्ता ने बताया कि वारदात वाले दिन संदीप घोष व टाला थाने के प्रभारी के बीच फोन पर कई बार बातचीत हुई थी. दोनों के मोबाइल फोन की कॉल रिकॉर्डिंग की जांच से इसकी पुष्टि हुई है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 16, 2024 1:19 AM
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कोलकाता. सीबीआइ के अधिवक्ता ने बताया कि वारदात वाले दिन संदीप घोष व टाला थाने के प्रभारी के बीच फोन पर कई बार बातचीत हुई थी. दोनों के मोबाइल फोन की कॉल रिकॉर्डिंग की जांच से इसकी पुष्टि हुई है. सीबीआइ अधिकारियों ने शनिवार को मंडल से घंटों तक पूछताछ की थी, लेकिन उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने फोन पर घोष से बातचीत की बात से भी इंकार किया. सीबीआइ ने अदालत में दावा किया कि वारदात के बाद से घोष व मंडल एक-दूसरे के संपर्क में थे.

सीबीआइ का दावा : घटना के बाद घोष ने दिये थे पुलिसकर्मियों को निर्देश आरोप है कि संदीप घोष ने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिये थे कि उन्हें दुष्कर्म और हत्या के इस मामले में आगे क्या करना है. आरोप है कि घोष व मंडल ने घटना को कमतर करके दिखाने और इस जघन्य अपराध को छिपाने की कोशिश की. केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि चूंकि यह दुष्कर्म और हत्या का मामला है, इसलिए पुलिस को शुरू से ही स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए थी. मामले को लेकर सीबीआइ व पुलिस के बीच प्रतिस्पर्द्धा नहीं सीबीआइ की ओर से कहा गया कि ऐसा बताने की कोशिश हो रही है कि मामले को लेकर सीबीआइ और पुलिस के बीच प्रतिस्पर्द्धा हो रही है. हालांकि, ऐसा कुछ भी नहीं है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक आरोपी के तौर पर टाला थाने के ओसी को गिरफ्तार किया है, न कि पुलिस अधिकारी के रूप मे. सीबीआइ ने कहा कि चिकित्सक का शव मिलने के बाद जब्ती की प्रक्रिया काफी देर से शुरू की गयी थी. पहले मामले को आत्महत्या बताया गया था. लेकिन शव को देखने से यौन उत्पीड़न की बात समझी जा सकती थी. इस मामले में संदीप पर घटना के बाद अपने दायित्वों का सही तरीके से पालन नहीं करने के आरोप लगे हैं.

सीबीआइ के रडार पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी

कोलकाता. आरजी कर कांड की जांच कर रही सीबीआइ के रडार पर कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी हैं. सूत्रों की मानें, तो इसी सप्ताह सीबीआइ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी से पूछताछ कर सकती है. इससे पहले, चार पुलिस अधिकारियों को तलब किया गया है. मामले में गत बुधवार को कोलकाता पुलिस के डीसी नाॅर्थ अभिषेक गुप्ता सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय पहुंचे थे. उनके साथ कोलकाता पुलिस के एक और अधिकारी भी थे. हालांकि, आधिकारिक तौर पर सीबीआइ की ओर से इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है.

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