संवाददाता, कोलकाता/आसनसोल बिहार से परीक्षा देने आये युवकों के साथ सिलीगुड़ी में मारपीट और दुर्व्यवहार के मामले में बागडोगरा थाने की पुलिस द्वारा गिरफ्तार दोनों आरोपियों, रजत भट्टाचार्य और गिरधारी राय को शुक्रवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी ने आरोपियों के अन्य साथियों की जानकारी हासिल करने का हवाला देकर सात दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी और दो दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की. स्थानीय परितोष सिंघा की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ बागडोगरा थाने में मामला दर्ज किया गया है.
राजग नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना कीइस घटना को लेकर बिहार के राजग नेताओं ने बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी की आलोचना की. बिहार के एक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) संजय सिंह ने पश्चिम बंगाल के अपने समकक्ष को पत्र लिखकर उनसे वीडियो में नजर आ रहे विद्यार्थियों को समुचित सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया. श्री सिंह ने पश्चिम बंगाल पुलिस से इस मामले की जांच की अद्यतन सूचना भी देने को कहा है. केंद्रीय मंत्रियों गिरिराज सिंह और चिराग पासवान उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने इस घटना की निंदा की है.भारत के हर नागरिक के लोकतांत्रिक अधिकारों में यकीन करता है पश्चिम बंगाल : कुणाल घोष
सिलीगुड़ी में बिहार के दो युवकों के साथ हुई मारपीट की घटना की निंदा करते हुए राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा है कि अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों का पश्चिम बंगाल में सदैव स्वागत है और यदि ‘कहीं कोई छिटपुट घटना’ होती है, तो पार्टी उस पर गौर करेगी. तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल देश के हर नागरिक के लोकतांत्रिक अधिकारों में यकीन करता है और वह कभी किसी का उत्पीड़न नहीं होने देगा. राज्यसभा के पूर्व सदस्य कुणाल घोष ने कहा कि हमारी सरकार सभी का स्वागत करती है. ऐसा (संभावित उम्मीदवारों के उत्पीड़न जैसा) कुछ भी नहीं है, किसी भी भारतीय के लिए ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है