टीटागढ़ वैगन ने स्वदेशी तकनीक से बनायी चालकरहित मेट्रो ट्रेन
टीटागढ़ वैगन कारखाने ने स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके पहली चालक रहित मेट्रो ट्रेन विकसित की है.
सोमवार को एक समारोह में चालक रहित मेट्रो को बेंगलुरु मेट्रो को सौंपा गया
कोलकाता. टीटागढ़ वैगन कारखाने ने स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके पहली चालक रहित मेट्रो ट्रेन विकसित की है. सोमवार को उत्तरपाड़ा में एक समारोह में ट्रेन को बेंगलुरु मेट्रो अथॉरिटी को सौंप दिया गया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर वर्चुअली मौजूद रहे.
मोदी सरकार भारत के सभी महत्वपूर्ण शहरों में मेट्रो सेवाएं शुरू करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और ””””””””मेक इन इंडिया”””””””” मंत्र के तहत लगभग सभी तकनीक और घटकों का निर्माण इसी देश में किया जा रहा है. इस बार टीटागढ़ रेल सिस्टम के इंजीनियरों और कर्मचारियों ने देश में पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन बनाकर एक मिसाल कायम की. यह स्टेनलेस स्टील ट्रेन बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन पर चलेगी.
मंत्री ने इस मौके पर कहा कि स्वचालित मेट्रो ट्रेनसेट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने दावा किया कि ये अत्याधुनिक कोच भारत की शहरी संचार प्रणाली में क्रांति लायेगा. इस ट्रेन का निर्माण करके टीटागढ़ रेल वैगन कारखाने ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है.
टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड देश की सर्वश्रेष्ठ ट्रेन कोच और रेल प्रौद्योगिकी निर्माण कंपनी है. इस कंपनी की फैक्टरी में हर साल 400 कोच का निर्माण होता है. साथ ही यह कंपनी रेलवे के लिए जरूरी कई महत्वपूर्ण पार्ट्स भी उपलब्ध कराती है. मिली जानकारी के अनुसार यह कंपनी भविष्य में बेंगलुरु मेट्रो के लिए और भी ट्रेनसेट बनायेगी.
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