तृणमूल विधायक ने भव्य रूप से दुर्गापूजा के आयोजन का किया आह्वान, शुरू हुआ विवाद

आरजी कर की घटना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन एवं दुर्गापूजा सादगी से मनाने के नागरिक संस्थाओं के आह्वान के बीच उत्तर 24 परगना के अशोकनगर के तृणमूल विधायक नारायण गोस्वामी ने पूजा आयोजकों से भव्य तरीके से यह पूजा करने की अपील की.

By Prabhat Khabar News Desk | September 26, 2024 1:47 AM

अशोकनर के तृणमूल विधायक का बयान सोशल मीडिया में वायरल

बारासात. आरजी कर की घटना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन एवं दुर्गापूजा सादगी से मनाने के नागरिक संस्थाओं के आह्वान के बीच उत्तर 24 परगना के अशोकनगर के तृणमूल विधायक नारायण गोस्वामी ने पूजा आयोजकों से भव्य तरीके से यह पूजा करने की अपील की. मध्यमग्राम में दुर्गापूजा आयोजकों के साथ बैठक के दौरान उन्होंने यह आह्वान किया. उन्होंने कहा कि बंगाल के सबसे बड़े आयोजन में बाधा डालने और राज्य की छवि बिगाड़ने की कुछ लोगों की साजिश का मुकाबला करने की जरूरत है. उनके बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है. हालांकि प्रभात खबर ने उक्त वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है. श्री गोस्वामी ने कहा है कि वह चिकित्सक बहन के लिए इंसाफ की मांग करते हैं, जिसकी नृशंस हत्या कर दी गयी, इसकी त्वरित जांच की जाय और दोषियों को दंडित किया जाय, लेकिन हमें दुर्गा पूजा क्यों नहीं मनाना चाहिये, जो बुराई पर देवी दुर्गा की जीत का पर्व है, यह सादगी से क्यों होना चाहिये. उन्होंने आरोप लगाया कि जिनकी जड़ें बंगाली संस्कृति में नहीं हैं, वे ही इस त्योहार को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें इस त्यौहार को भव्य तरीके से मनाना चाहिए. अब विधायक के इस बयान पर विवाद शुरू हो गया है.

इसे लेकर संतोष मित्र स्क्वायर दुर्गापूजा समिति के आयोजक व भाजपा नेता सजल घोष ने गोस्वामी के बयान की निंदा की और कहा है कि यह बयान तृणमूल नेताओं के असंवेदनशील रवैये को दर्शाता है, जो लोगों की पीड़ा से बेपरवाह प्रतीत होते हैं. श्री घोष ने आरजी कर की घटना का उल्लेख करते हुए कहा है कि तृणमूल विधायक, शव पर मंडरा रहे गिद्ध की भांति यह त्योहार मनाने का आह्वान कर रहे हैं. हम दुर्गापूजा को पूरी गंभीरता से मनायेंगे और उक्त महिला जूनियर डॉक्टर के लिए न्याय की मांग भी करेंगे.

माकपा के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि श्री गोस्वामी का बयान आश्चर्यजनक नहीं है. तृणमूल नेता इस जघन्य अपराध के बाद न्याय की बढ़ती मांग से भयभीत हैं. कई जिलों में बाढ़ से लोगों के हताहत होने की खबरें आने के बीच फिजूलखर्ची के साथ त्योहार मनाने का आह्वान पार्टी के निरंकुश एवं तानाशाही रवैये को दर्शाता है.

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