तृणमूल को 6 में 6, भाजपा से छीन ली मदारीहाट सीट
राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर जारी विरोध-प्रदर्शनों के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा की छह सीटों के उपचुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की है.
संवाददाता, कोलकाता
राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर जारी विरोध-प्रदर्शनों के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा की छह सीटों के उपचुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की है. पार्टी को सभी छह सीटों पर सफलता मिली है. 2021 में हुए विधानसभा चुनाव व कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव की तरह ही तृणमूल कांग्रेस ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा है. उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है. इस उपचुनाव में तृणमूल ने अपनी पांच सीटें बरकरार रखी हैं और उसने मदारीहाट सीट भाजपा से छीन ली है. कई जगहों पर जीत का अंतर भी बढ़ाया है.
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में विधायकों के सांसद निर्वाचित होने से उत्तर 24 परगना की नैहाटी, और हाड़ोवा, पश्चिम मेदिनीपुर की मेदिनीपुर, बांकुड़ा की तलडांगरा, कूचबिहार की सिताई (सुरक्षित) और अलीपुरदुआर की मदारीहाट (सुरक्षित) सीट रिक्त हुई थी.
इस उपचुनाव को तृणमूल कांग्रेस के लिए एक परीक्षा के रूप में देखा जा रहा था, विशेषकर इसलिए क्योंकि यह उपचुनाव आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या की जघन्य घटना के बाद भारी विरोध प्रदर्शनों के कारण बदले राजनीतिक माहौल के बीच हुआ. हाड़ोवा में भाजपा तीसरे स्थान पर रही और अपनी जमानत बचाने में असफल रही, जहां 70 प्रतिशत से अधिक मतदाता अल्पसंख्यक समुदाय के हैं. हाड़ोवा को लेकर पार्टी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा: अल्पसंख्यक भाजपा को वोट नहीं देते. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे को करारी हार का सामना करना पड़ा. सिताई, तलडांगरा, मेदिनीपुर और मदारीहाट में उसकी जमानत जब्त हो गयी.
इसी तरह, उसकी सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) लिबरेशन के उम्मीदवार की नैहाटी में जमानत जब्त हो गयी, जबकि इंडियन सेकुलर फ्रंट (आइएसएफ) के उम्मीदवार की हाड़ोवा सीट पर जमानत जब्त हो गयी.
वर्ष 2021 के बाद पहली बार वाम दलों के साथ गठबंधन के बिना चुनाव लड़ी कांग्रेस की सभी छह निर्वाचन क्षेत्रों में जमानत जब्त हो गयी है. सिताई (सुरक्षित) में तृणमूल उम्मीदवार संगीता राय ने 1,30,626 वोट के अंतर से जीत हासिल की जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के दीपक कुमार रे को 35,348 वोट मिले. इस सीट पर तृणमूल का वोट प्रतिशत 2021 के राज्य चुनावों में 49 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर 76 प्रतिशत हो गया, जबकि भाजपा का वोट प्रतिशत 45 प्रतिशत से घटकर सिर्फ 16 प्रतिशत रह गया.
वहीं, मदारीहाट (सुरक्षित) सीट पर भाजपा ने 2021 में जीत हासिल की थी. इस पर हुए उपचुनाव में तृणमूल के जयप्रकाश टोप्पो ने 79,186 वोट हासिल किये, जो भाजपा के राहुल लोहार के वोट से 28,168 वोट अधिक थे, जिन्हें 51,018 वोट मिले. यह राज्य के चाय बागान क्षेत्र में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सीट पर तृणमूल की वापसी का संकेत है. नैहाटी में तृणमूल के सनत डे ने 78,772 वोट हासिल करके जीत हासिल की जबकि भाजपा के रूपक मित्रा को 29,495 वोट मिले.
हाड़ोवा में तृणमूल उम्मीदवार शेख रबीउल इस्लाम ने 1,57,072 वोट पाकर जीत दर्ज की जबकि आइएसएफ के पियारुल इस्लाम को केवल 25,684 मत मिले. मेदिनीपुर में तृणमूल के सुजॉय हाजरा ने 1,15,104 वोट पाकर जीत हासिल की, जो भाजपा के सुभाजीत राय से 33,996 वोटों से अधिक है, जिन्हें 81,108 वोट मिले.
तालडांगरा में तृणमूल उम्मीदवार फाल्गुनी सिंघाबाबू को 98,926 वोट मिले, जिन्होंने भाजपा उम्मीदवार अनन्या राय चक्रवर्ती को 34,082 मतों से हराया. छह में से पांच निर्वाचन क्षेत्र दक्षिण बंगाल में स्थित हैं, जो परंपरागत रूप से तृणमूल का गढ़ रहा है, जबकि राज्य के उत्तरी हिस्से में मदारीहाट को 2021 में भाजपा ने जीता था.
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