सांसद सुखेंदु शेखर राय आमंत्रित नहीं, अटकलें तेज
संवाददाता, कोलकाताविधानसभा की छह सीटों के उपचुनाव का परिणाम आने के बाद अब तृणमूल कांग्रेस में संगठनात्मक स्तर पर बदलाव हो सकता है. सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां अपने कालीघाट स्थित आवास पर तृणमूल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक बुलायी है. सूत्रों की मानें, तो इस बैठक में सांसद सुखेंदु शेखर राय को आमंत्रित नहीं किया गया है. वह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य हैं. यह अटकल तेज हो गयी है कि क्या आरजी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक जूनियर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या के मामले में पुलिस व प्रशासन की आलोचना करने वाले श्री राय पार्टी की कार्यकारिणी समिति में शामिल हैं या नहीं. बैठक में आमंत्रण को लेकर सांसद राय से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. रविवार को राज्य के शहरी विकास मंत्री व तृणमूल नेता फिरहाद हकीम ने पत्रकारों से बातचीत में किसी का नाम लिये बगैर आरजी कर मामले पर राय की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा: यदि, आप पार्टी में हैं, तो आपको पार्टी के अनुशासन का पालन करना होगा. आरजी कर का मामला मीडिया के वर्ग द्वारा उठाया गया एक मुद्दा था. इस घटना में राज्य सरकार की बेवजह आलोचना की गयी. पार्टी उन लोगों के साथ खड़ी नहीं होगी, जिन्होंने सरकार की आलोचना की है. बैठक में सांसद अभिषेक बनर्जी, सुदीप बंद्योपाध्याय समेत तमाम नेता मौजूद रह सकते हैं.पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्शी, सौगत राय, डॉ काकोली घोष दस्तीदार, कोलकाता के मेयर व मंत्री फिरहाद हकीम और अन्य वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की बात है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति में अभी सदस्यों की संख्या 16 है. इसके पहले समिति में 21 सदस्य थे. सूत्रों के अनुसार, तृणमूल राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक में पार्टी के संगठनात्मक बदलाव की घोषणा व संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति और विवादास्पद वक्फ संशोधन विधेयक जैसे अन्य प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है.
बैठक में शामिल होंगे अनुब्रत मंडल
कोलकाता. पशु तस्करी मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद बीरभूम के तृणमूल नेता अनुब्रत मंडल की मुलाकात अब तक पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी से नहीं हुई है. कालीघाट में सोमवार को पार्टी की होने वाली बैठक में मंडल को भी बुलाया गया है. बैठक में मुख्यमंत्री के साथ उनकी सीधी बातचीत हो सकती है. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उन्हें क्या निर्देश मिलता है, इस पर सभी की नजरें बनी हुई हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है