शाह के खिलाफ सड़कों पर उतरे तृणमूल कार्यकर्ता
आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा की गयी टिप्पणी से सत्तारूढ़ दल में उबाल, राज्यभर में रैलियां निकाल जताया विरोध
कोलकाता. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ बीआर आंबेडकर पर हाल में की गयी टिप्पणी के खिलाफ राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने महानगर समेत राज्यभर में सोमवार को रैलियां निकालीं और उनके बयान की निंदा की. तृणमूल ने अपराह्न दो से तीन बजे के बीच ब्लाॅक और वार्ड स्तर पर यह रैलियां निकलीं, जिसमें कई मंत्री एवं पार्टी के नेता शामिल हुए. महानगर में कोलकाता के मेयर व शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, बिजली मंत्री अरूप विश्वास, उद्योग व वाणिज्य मंत्री डॉ शशि पांजा, तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष सहित अन्य नेताओं के नेतृत्व में रैली निकाली गयी. प्रदर्शनकारियों ने हाथ में झंडे और पोस्टर ले रखे थे. उन्होंने गृह मंत्री के खिलाफ नारे लगाये. इस अवसर पर मंत्री शशि पांजा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो देश की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, द्वारा संविधान और इसके निर्माता बीआर आंबेडकर का अनादर करना अस्वीकार्य है. भाजपा दलितों और आदिवासियों के खिलाफ है और हमेशा ही उनका उपहास करती है. उन्होंने बीआर आंबेडकर का भी अपमान किया है. हम यह दिखाना चाहते हैं कि हम हर जाति, भाषा और धर्म के लोगों को अपने साथ लेकर चलते हैं. राज्यसभा में पिछले सप्ताह संविधान पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा था : अभी एक फैशन हो गया है-आंबेडकर, आंबेडकर. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता. विपक्षी दलों ने अमित शाह की इस टिप्पणी की आलोचना की. वहीं, मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने शाह के इस बयान को भाजपा की जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता को दिखाना करार दिया. ममता बनर्जी ने शाह के बयान को अपमानजनक करार देते हुए दावा कि यह उन लाखों लोगों का अपमान करना है, जो आंबेडकर को अपना मार्गदर्शक और प्रेरणा मानते हैं. इसके साथ उन्होंने लोगों से इसके खिलाफ प्रदर्शन करने का भी आह्वान किया.
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