कोलकाता. ट्रक मालिकों के संगठन फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन द्वारा आहूत हड़ताल दूसरे दिन यानी गुरुवार को भी जारी रही. एसोसिएशन का दावा है कि हड़ताल के दूसरे दिन राज्य में ट्रक नहीं चले. अन्य राज्यों से आनेवाले ट्रक भी बंगाल में प्रवेश नहीं कर रहे हैं. इधर, दो दिनों से जारी हड़ताल का असर अब रोजमर्रा की जरूरतों पर भी पड़ने लगा है. थोक बाजार में आयातित मछली, अंडे, विभिन्न कच्चे अनाज और फलों की आपूर्ति पहले से ही प्रभावित होने लगी है. अब रोजमर्रा की जरूरतों की चीजों के दाम भी बढ़ने की भी आशंका है. विभिन्न निर्माण सामग्रियों की आपूर्ति भी बाधित हो रही है. हड़ताल शुक्रवार तक जारी रहेगी. दुर्गापूजा से पहले फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन द्वारा आहूत इस हड़ताल से व्यवसायी परेशान हैं. दूसरे राज्यों के ट्रक मालिकों के कई संगठनों ने इसे समर्थन दिया है. हालांकि, राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने साफ कर दिया है कि ट्रक हड़ताल का राज्य में कोई असर नहीं है. कई ट्रक चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि समस्याओं का समाधान बातचीत से किया जा सकता है. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने भी प्रदेश संगठन की हड़ताल और चक्का जाम का नैतिक समर्थन किया है. फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव सजल घोष ने कहा कि ट्रकों की हड़ताल पूरी तरह से सफल रही है. सजल घोष ने दावा किया कि गुरुवार को राज्य के चार लाख से ज्यादा ट्रक सड़कों पर नहीं निकले. उन्होंने बताया कि बिहार, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के साथ अन्य राज्यों के ट्रक संगठनों ने भी हड़ताल का समर्थन करते हुए ट्रकों को बंगाल में नहीं भेजने का फैसला किया है.
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