नकली दस्तावेज की मदद से दो लाख रुपये लेकर बनाते थे फर्जी पासपोर्ट
आरोपियों के कब्जे से 37 फर्जी पासपोर्ट जब्त, 250 पासपोर्ट बनाने की आशंका
संवाददाता, कोलकाताबांग्लादेशी नागरिकों के लिए जाली दस्तावेजों की मदद से फर्जी पासपोर्ट तैयार करने के आरोप में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के नाम समरेश विश्वास व दीपक मंडल हैं. समरेश उत्तर 24 परगना के बारासात के काजीपाड़ा का रहने वाला है. वहीं, दीपक दक्षिण 24 परगना के कोस्टल थानाक्षेत्र इलाके का निवासी है. दोनों के कब्जे से 37 फर्जी पासपोर्ट बरामद हुए. गिरफ्तार आरोपियों को अलीपुर अदालत में पेश करने पर दोनों को 20 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा जारी हिंसा के बाद से कई लोग भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच, सिक्योरिटी कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन विभाग की शिकायत पर पुलिस ने अभियान चलाया. इसी दौरान भारतीय फर्जी पहचान पत्र और पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ. समरेश डाकघर विभाग का अस्थायी कर्मचारी है. वह अपने बेटे रिपन के साथ मिलकर फर्जी पासपोर्ट बनाता था. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने रिपन को गिरफ्तार किया था. इसके बाद समरेश और दीपक का नाम सामने आया. आरोपी एक फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए न्यूनतम दो लाख रुपये लेते थे. यह गिरोह एनआइए की गिरफ्त में आये लिटन चक्रवर्ती के संपर्क में भी था. फर्जी दस्तावेजों की मदद से ये लोगग अबतक करीब 250 पासपोर्ट बना चुके हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है