प्रतिनिधि, बैरकपुर
उत्तर 24 परगना के नैहाटी के गौरीपुर में 31 जनवरी को तृणमूल कार्यकर्ता संतोष यादव की हत्या के मुख्य आरोपी राजेश साव और उसके साथी विशाल घटना के बाद फरार हो गये थे. काफी मशक्कत के बाद विशेष जांच दल ने दोनों को बलिया के फेफना से गिरफ्तार किया है.
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया था. दल के सदस्यों को चार टीमों में विभाजित कर दो टीमों को दूसरे राज्य में भेजा गया था. टीम के सदस्य कभी बेगूसराय, तो कभी उत्तरप्रदेश के सिंकदराबाद व बलिया के फेफना में जाकर तलाशी अभियान चलाते रहे. सभी जगह टीम के सदस्य एक ही बात लोगों से पूछ रहे थे कि बंगाल से कोई यहां आया है. सभी जगह से एक ही जवाब मिलता कि पता नहीं. बैरकपुर कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारी भी लगातार इस बारे में पूछताछ करते रहे. आखिरकार नौ दिनों की कड़ी मेहनत के बाद बैरकपुर पुलिस के एसआइ सत्यनारायण पांडे व एसआइ अरित्र चंद्रा को पता चला कि बंगाल से दो लोग फेफना आकर गौशाला में काम कर रहे हैं. दोनों अधिकारियों ने फेफना की गौशाला में स्थानीय पुलिस की मदद से छापा मारा. राजेश व विशाल उस समय सो रहे थे. जब तक कि उन्हें कुछ पता चलता, पुलिस ने उन्हें दबोच लिया. दोनों को बलिया के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के पास सोमवार को पेश किया गया. उन्हें चार दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर बैरकपुर लाया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है