सीवरेज के मेनहोल में दम घुटने से दो मजदूरों की मौत
दोनों पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना एवं मालदा के थे रहने वाले, जख्मी तीसरा मजदूर सद्दाम निजी अस्पताल के आइसीयू में भर्ती
कोलकाता/मुजफ्फरपुर. स्मार्ट सिटी के निर्माणाधीन सीवरेज के मेनहोल का कनेक्शन एसटीपी में जोड़ने के दौरान बुधवार की सुबह-सुबह दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गयी. घटना अहियापुर थाना के दादर श्रीराम नगर की है. दोनों मृतक मजदूर पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. मोहम्मद एकरामुल (21 वर्ष) जो पश्चिम बंगाल के चौबीस उत्तर परगना के मठिया गांव का निवासी है. वहीं, दूसरे मृतक मजदूर की पहचान पश्चिम बंगाल के मालदा शहर के मो अजबुल (20 वर्ष) के रूप में हुई है. तीसरा मजदूर बेहोश है, उसकी पहचान पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी मो सद्दाम (22 वर्ष) के रूप में हुई है. सद्दाम को जूरन छपरा के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है. बताया जाता है कि मृतक एकरामुल का भाई भी स्मार्ट सिटी के सीवरेज प्रोजेक्ट में ही काम करता है. घटना के वक्त वह डेरा पर खाना बना रहा था. दोनों लंबे समय से सीवरेज प्रोजेक्ट में काम कर रहा था. स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना स्थल पर कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं रहने के कारण दुर्घटना हुई. आक्रोशित लोगों ने निर्माण कंपनी के खिलाफ बवाल और रोड़ेबाजी की. सुबह 11 बजे पांच मजदूर काम के लिए करीब 20 फीट गहरे सीवरेज के मेनहोल में रस्सी व बांस के सहारे नीचे उतरे. कुआं जैसे होल में गैस (कार्बन मोनोऑक्साइड) से तीन मजदूर अचेत होकर नीचे गिर गए. दो मजदूर किसी तरह बाहर निकल कर शोर मचाया. दूसरे साथी दौर कर पहुंचे. लेकिन, बचाव कार्य से संबंधित कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण बचाव में देरी हो गया. स्थानीय युवक व कंपनी के अन्य मजदूर रस्सी के सहारे नीचे उतरकर तीन में एक मजदूर को बाहर खींचा. मो सद्दाम की सांस चल रही थी. तत्काल उसे ब्रह्मपुरा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया. बचाव कार्य के दौरान ही किनारे की मिट्टी सीवरेज में गिर गई, जिससे नीचे गिरे दो मजदूर दब गए. इस तरह मेनहोल में ही दोनों की मौत हो गई. काफी मशक्कत के बाद दोनों का शव निकाला गया. एम्बुलेंस से दोनों को एसकेएमसीएच के इमरजेंसी में ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पुलिस ने शव को एसकेएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया. घटना के दौरान स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल किया. लोग इस बात से नाराज थे कि इससे पहले भी स्मार्ट सिटी की लापरवाही से तीन बार हादसे हो चुके हैं. इसमें तीन मजदूरों की मौत हो गई थी. लगातार हादसे के बाद स्मार्ट सिटी कंपनी व निगम प्रशासन सुरक्षा इंतजाम पर ध्यान नहीं दे रहा है. इधर, नगर आयुक्त नवीन कुमार ने कहा कि हादसे के कारणों की जांच कराई जा रही है. लापरवाही मिलने पर निर्माण कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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