बीरभूम. जिले में एक बार फिर ऐसी घटना हुई है, जिसमें मध्ययुगीन बर्बरता झलकी. जिले के मयूरेश्वर थाना क्षेत्र के हरीसरा गांव में डायन के शक में आदिवासी समुदाय की दो महिलाओं को पीट-पीट कर मार डाला गया. इसका पता चलते ही पुलिस ने मामले में गांव के 15 लोगों को गिरफ्तार किया. घटना के बाद गांव में उत्तेजना के मद्देनजर पुलिस गश्त कर रही है. शनिवार सुबह पुलिस ने गांव के पास कीचड़ से भरे खड्ड से दोनों महिलाओं के शव बरामद किये और पोस्टमार्टम के लिए रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भेज दिया. मृत महिलाओं की पहचान लोदगी किस्कू (60) व डॉली सोरेन(59) के रूप में की गयी है. पुलिस ने बताया कि डायन के संदेह में गांव के आदिवासी पाड़ा के लोगों ने दो बुजुर्ग महिलाओं के हाथ-पैर रस्सी से बांधे और फिर उन्हें लाठी-डंडों से पीट-पीट कर मार डाला. उसके बाद दोनों शवों को गांव के पास कीचड़ से भरे तालाब में फेंक दिया गया. किसी तरह इसकी सूचना मिलते ही पुलिस उस गांव में पहुंची और दोनों शवों को अपने कब्जे में लिया. मामले में अब तक 15 लोग गिरफ्तार किये गये हैं. कुछ ग्रामीणों का आरोप है कि दोनों महिलाएं गांव में जादू-टोना करती थीं. इससे उन्हें लेकर समुदाय में चिढ़ थी. घटना की जांच में मयूरेश्वर थाने की पुलिस लग गयी है. दोनों महिलाएं इसी गांव की रहनेवाली थीं. मिली जानकारी के मुताबिक दोनों महिलाओं को घर से बुला कर बेरहमी से मार डाला गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया हत्या के पीछे जादू-टोना करने का संदेह प्रतीत होता है, लेकिन हम अन्य संभावनाओं से भी इंकार नहीं कर रहे हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव पहुंचा. और मामले में कथित संलिप्तता के आरोप में 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक, मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिये गये हैं.
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